वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत वाली देश की कई अन्य जलमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
नरेन्द्र मोदी शुक्रवार यानी आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ और टेंट सिटी के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी और असम के डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद प्रधानमंत्री ने हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल और उत्तर प्रदेश और बिहार की सामुदायिक जेटी का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने गुवाहाटी में पांडु टर्मिनल में एक जहाज मरम्मत सुविधा और एक एलिवेटेड रोड का लोकार्पण किया।
एमवी गंगा विलास क्रूज शिप का शुभारंभ करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये क्रूज जहां से भी गुजरेगा, वहां पर विकास की नई लाइट तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि क्रूज टूरिज्म के लिए ऐसी ही व्यवस्थाएं हम देशभर की नदी जलमार्गों में तैयार कर रहे हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा मौजूद हैं। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हुए हैं।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास राज्य के बक्सर, छपरा, पटना, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव का दौरा करेगा। प्रत्येक बंदरगाह पर पर्यटकों का पारंपरिक स्वागत किया जाएगा और ऐतिहासिक स्थलों की सैर कराई जाएगी।
बता दें एमवी गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपने सफर की शुरुआत करेगा और यह 51 दिनों तक चलेगा। इस गंगा विलास क्रूज में तीन डेक और 18 सूट हैं। इस क्रूज में तमाम लग्जरी सुविधाओं के साथ 36 पर्यटक सफर कर सकते हैं। पहले सफर में स्विट्जरलैंड के 32 यात्री सफर करेंगे। वे पूरे 51 तक नदियों के सफर पर रहेंगे और भारत से लेकर बांग्लादेश तक की सभ्यता के दर्शन करेंगे। पीएमओ के मुताबिक दुनिया को भारत की बेहतरीन चीजें दिखाने के लिए इस क्रूज को तैयार किया गया है। यह क्रूज अपने सफर में कुल 50 टूरिस्ट प्लेसेज के दर्शन लोगों को कराएगा।
सैलानियों को ऐतिहासिक जगहों के दीदार कराएगा क्रूज
गंगा विलास क्रूज आधुनिक सुविधा से युक्त और पूरी तरह सुरक्षित होगा। एक ही रिवर शिप द्वारा की जाने वाली सबसे लंबी यात्रा होगी। इनमें कई नेशनल पार्क, नदी घाट, पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे शहरों का सफर शामिल है। इस यात्रा पर निकलने वाले पर्यटक भारत से लेकर बांग्लादेश तक इतिहास, संस्कृति और अध्यात्म की समृद्ध विरासत के बारे में जान सकेंगे। इस क्रूज के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी काशी को टेंट सिटी की भी सौगात देने वाले हैं। इसे गंगा नदी के किनारे पर बसाया जाएगा ताकि पर्यटकों को वाराणसी के मनोरम घाटों के लिए लुभाया जा सके। यह प्रोजेक्ट काशी के गंगा घाटों के सामने तैयार किया गया है। काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट के तहत ही इसे भी बनाया गया है।
कैसी होगी काशी में बसाई गई टेंट सिटी, क्या सुविधाएं
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने इसे पीपीपी मॉडल पर बनाया है। शहर के अलग-अलग घाटों से टूरिस्ट टेंट सिटी में पहुंचेंगे। हर साल अक्टूबर से जून के दौरान टेंट सिटी की व्यवस्था रहेगी, लेकिन बारिश के दौर में यहां ठहरने की व्यवस्था नहीं रहेगी। इसकी वजह यह है कि जून से लेकर सितंबर तक गंगा में जल का स्तर बढ़ जाता है।
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