कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक और नेता पर इनकम टैक्स विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी के विधायक जाकिर हुसैन के आवास और अन्य ठिकानों पर आयकर विभाग ने मैराथन छापेमारी में 11 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों ने कहा कि 11 करोड़ रुपये में से नौ करोड़ रुपये उनके आवास से बरामद किए गए जबकि बाकी दो करोड़ रुपये एक बीड़ी और चावल फैक्ट्री से मिले हैं। दो बार के तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल कैबिनेट के पूर्व सदस्य हुसैन के स्वामित्व वाली एक चावल मिल से रकम बरामद की गई है।
टीएमसी एमएलए बोले- ब्रांडेड अपराधी नहीं हूं
आयकर विभाग के अधिकारियों ने केंद्रीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के साथ मैराथन छापेमारी तलाशी अभियान चलाया। हालांकि नकद वसूली पर कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए हुसैन ने छापे के तरीके पर आपत्ति जताई। हुसैन ने कहा, ‘मुझे उनके मेरे परिसर में आने पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन कार्रवाई का तरीका अलग हो सकता था। मैं कोई ब्रांडेड अपराधी नहीं हूं। मैं एक व्यापारी होने के साथ-साथ एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी हूं। यह मुझे परेशान करने और सार्वजनिक रूप से मेरी छवि खराब करने के अलावा और कुछ नहीं है। मैं पिछले 23 वर्षों से नियमित और ईमानदार करदाता हूं।’
आयकर विभाग ने ईडी को दी कार्रवाई की जानकारी
इस बीच, भारी मात्रा में नकदी के अलावा आयकर विभाग ने जिन जगहों पर छापेमारी की, वहां से कई कागजात और इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज भी जब्त किए। उन्होंने नकद रिकवरी के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी सूचित कर दिया है।
टीएमसी गले तक भ्रष्टाचार में डूबी है: बीजेपी
इस छापे को लेकर राजनीतिक घमासान भी शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के आवास से बेहिसाब नकदी की बरामदगी कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी के आवास से पहले भी हमने इसी तरह की नकदी की वसूली देखी है। पश्चिम बंगाल की पूरी सत्ताधारी पार्टी गले तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।’
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