आगरा। यूपी के आगरा में इस साल जुलाई महीने में पुलिस कस्टडी से फरार हुए अपराधी विनय श्रोतिया को यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया है। विनय श्रोतिया के सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। उस पर 43 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।
श्रोतिया को फिरोजाबाद के लाइन पार थाना इलाके की जिला जेल में 13 जुलाई 2022 को दीवानी में पेशी के लिए लाया गया था, जहां से वह सिपाही को गच्चा देकर अपने साथियों के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गया था। पुलिस के साथ-साथ एसटीएफ भी उसकी तलाश में जुटी थी। बुधवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि विनय श्रोतिया अपने साथी के साथ बाइक से कहीं जा रहा है। इस पर एसटीएफ और सिकंदरा की पुलिस ने बदमाश का पीछा किया।
सिकंदरा गांव में पुलिस ने बदमाश को घेर लिया, जिसके बाद विनय श्रोतिया ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। घने कोहरे में हो रहे एनकाउंटर के दौरान एक गोली विनय श्रोतिया के सीने पर जाकर लगी। वह घायल होकर गिर पड़ा। पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
50 हजार का इनामी था विनय
फिरोजाबाद थाना लाइनपार के गांव रुपसपुर का रहने वाला विनय श्रोत्रिय उर्फ विनय शर्मा 13 जुलाई 2022 को पेशी पर आया था। पुलिसकर्मियों पर हमला कर फरार हो गया था। तब से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। विनय पर 40 से अधिक मुकदमें थे। आईजी रेंज निचिकेता झा ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय फिरोजाबाद और आगरा पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसने फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र में अगस्त 2016 में लूटकर भागने के दौरान दारोगा राजवीर सिंह को गोली मारकर घायल कर दिया था। वह इंटर रेंज गैंग का सरगना था। दीवानी परिसर छह महीने पहले फरार गैंगस्टर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
जेल में ही बनाया था भागने का प्लान
विनय श्रोतिया दिसंबर 2018 से जिला जेल में बंद था। पुलिस उसे 13 जुलाई 2022 को जिला जेल से आगरा के दीवानी में पेशी पर लाई थी। कुख्यात का साथी सोनू कुशवाह दीवानी में पहले से ही मौजूद था। पेशी के दौरान विनय श्रोतिया आरक्षी अनुज प्रताप पर हमला करके फरार हो गया। विनय ने जेल में फेसबुक मैसेंजर और व्हाट्सएप कॉल के जरिए भागने की साजिश रची थी।