गाजियाबाद। इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के कनावनी में एक ऑटो चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में चौकी प्रभारी समेत दो कॉन्स्टेबल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाया है।
मूलरूप से जिला कासगंज में अमापुर थाना क्षेत्र के गांव नंगला बांस निवासी 25 वर्षीय धर्मपाल यादव अपने परिवार सहित इंदिरापुरम थाना क्षेत्र स्थित कनावनी गांव में रहता था। उसके परिवार में पत्नी पूनन, बेटी कामना (सात), तनु (छह) व बेटा रिषभ (तीन) हैं। ऑटो चालक धर्मपाल रविवार रात करीब 10 बजे धर्मपाल कनावनी पुस्ते से घर लौट रहा था। उसके चचेरे भाई मुरारी ने बताया कि अहिंसाखंड-2 में अचानक साइकिल सवार दो लोग ऑटो से टकरा गए। पुलिस घायलों के साथ धर्मपाल को भी अस्पताल ले गई। अस्पताल से दोनों युवक घर चले गए। पुलिस धर्मपाल को अपने साथ कनावनी चौकी ले गई।
परिजानों के मुताबिक रात करीब 1:30 बजे पुलिस ने धर्मपाल के चचेरे भाई मुरारी को बुलाकर उसे सौंप दिया। उसकी हालत काफी गंभीर थी। मुरारी उसे उपचार के लिए शांति गोपाल अस्पताल ले गया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुरारी का कहना है कि जब रात में हम चौकी पर आए तो पुलिसवालों ने 3510 रुपए जमा करवा लिए और उसके बाद छोड़ा। मैंने जब भाई से पूछा तो उसके सीने में दर्द हो रहा था। वो बता रहा था कि पुलिस वालों ने उसको खूब पीटा है। उसके सीने में चोट लग रही थी।
अस्पताल के बाहर हंगामा और पुलिस से नोकझोंक
ऑटो चालक की मौत के बाद यूनियन के लोग भी अपने-अपने वाहनों को लेकर पहुंच गए। अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पहुंचे चालकों ने सुबज आठ बजे सड़क पर ऑटो लगाकर जाम लगा दिया और नारेबाजी की। हंगामा बढ़ने पर कौशांबी, साहिबाबाद और लिंकरोड थाने से पुलिस फोर्स बुलाया गया। दोपहर करीब ढाई बजे डीसीपी ट्रांस हिंडन डॉ दीक्षा शर्मा मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, गुस्साए लोगों ने पुलिस की नहीं सुनी और प्रदर्शन जारी रखा। शाम करीब छह बजे के बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इस मामले में इंदिरापुरम थाना पुलिस ने सोमवार रात कनावनी चौकी प्रभारी रविंद्र सिंह व दो कांस्टेबलों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। DCP दीक्षा शर्मा का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इसके अलावा हॉस्पिटल इमरजेंसी की CCTV देखी जा रही है, जिसके अंदर धर्मपाल को पीटने का आरोप लगा है। फिलहाल मुकदमा दर्ज कर गहराई से छानबीन की जा रही है। तथ्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी।
अखिलेश बोले- सरकार एक करोड़ मुआवजा दे
इस मामले में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा,”कानपुर में बलवंत सिंह के बाद अब गाजियाबाद में ऑटो चालक धर्मपाल यादव की पुलिस हिरासत में मौत, बेहद शर्मनाक। दोनों मृतकों की पत्नियों को सरकारी नौकरी और परिजनों को 1-1 करोड़ का मुआवजा दे सरकार।”
सपा ने ट्वीट करके दी आर्थिक मदद की जानकारी
समाजवादी पार्टी ने ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि गाजियाबाद में हिरासत के दौरान पुलिस की पिटाई से ऑटो चालक धर्मपाल यादव की मृत्यु, अत्यंत दुखद। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए से आर्थिक मदद करेगी।
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