नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने परेशान करने वाले फुटेज और तस्वीरों के प्रसारण के खिलाफ टीवी चैनलों को आगाह किया। प्रोग्राम कोड के खिलाफ ब्लड, शवों और शारीरिक हमले की तस्वीरों को कष्टप्रद बताया गया है। मंत्रालय ने कहा कि चैनलों द्वारा सोशल मीडिया से लिए जा रहे हिंसक वीडियो में कोई एडिटिंग नहीं की जा रही है, जिसका महिलाओं और बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि टेलीविजन चैनलों द्वारा सोशल मीडिया से लिए जा रहे हिंसक वीडियो को बिना किसी एडिटिंग के जारी किया जा रहा है, जिससे महिलाओं और बच्चों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। मंत्रालय ने कहा कि टेलीविजन चैनलों ने व्यक्तियों के शवों और चारों ओर खून के छींटे, हिंसा सहित दुर्घटनाओं और घायल व्यक्तियों के फुटेज और तस्वीरों तक को टीवी पर दिखाया है और यह परेशान करने वाला है। मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनलों के प्रोग्राम कोड के खिलाफ ब्लड, शवों और शारीरिक हमले की तस्वीरें कष्टप्रद है। एडवाइजरी में कहा गया है कि ऐसी हिंसात्मक और विचलित कर देने वाली खबरों से बच्चों के मनोविज्ञान पर विपरीत असर पड़ता है। सरकार ने इस प्रोग्रामों और प्रसारित कंटेंट की सूची उदाहरण के लिए जारी की है।
- 30.12.2022: दुर्घटना में घायल हुए क्रिकेटर की दर्दनाक तस्वीरें और वीडियो को बिना एडिटिंग और धुंधला किए दिखाया गया।
- 28.08.2022: शव को घसीटते हुए एक आदमी का विचलित करने वाला फुटेज दिखाया गया, जिसके चारों ओर खून के छींटे पड़े हुए हैं।
- 06-07-202: बिहार की राजधानी पटना के एक कोचिंग क्लास रूम में एक शिक्षक को 5 साल के बच्चे को बेरहमी से पीटते हुए दिखाया गया। साथ ही इस वीडियो क्लिप को बिना म्यूट किए दिखाया गया था, जिसमें दया की भीख मांगते बच्चे की दर्दनाक चीखें सुनी जा सकती हैं। इस वीडियो क्लिप को करीब 9 मिनट तक दिखाया गया था।
- 04-06-2022: बिना धुंधला किए एक पंजाबी गायक के शव की दर्दनाक तस्वीरों को दिखाया गया।
- 25-05-2022: असम के चिरांग जिले में एक व्यक्ति द्वारा दो नाबालिग लड़कों को डंडे से बेरहमी से पीटने की दिल दहला देने वाली घटना को वीडियो में दिखाया गया। वीडियो में शख्स जो बेरहमी से लड़कों को लाठी से पीट रहा था, साफ देखा जा सकता है। क्लिप को बिना ब्लर या म्यूट किए प्ले किया गया था, जिसमें लड़कों के रोने की आवाज तक साफ सुनाई दे रही थी।
- 16-05-2022: कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक महिला अधिवक्ता के साथ उसके पड़ोसी ने बेरहमी से मारपीट की, जिसे बिना ब्लर के लगातार दिखाया गया है।
- 04-05-2022: तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के राजापलायम में एक व्यक्ति द्वारा अपनी ही बहन की हत्या करने वाली वीडियो को दिखाया गया है।
- 01-05-2022: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटका कर पांच लोगों द्वारा बेरहमी से पिटाई की वीडियो को दिखाया गया।
- 12-04-2022: एक वीडियो में पांच शवों के दर्दनाक दृश्य लगातार बिना ब्लर किए दिखाए गए।
- 11-04-2022: केरल के कोल्लम में एक व्यक्ति को अपनी 84 वर्षीय मां पर बेरहमी से हमला करते हुए दिखाया गया, 12 मिनट की वीडियो में बिना ब्लर किए लगातार अपनी मां को पीटते हुए और बेरहमी से पीटते हुए एक व्यक्ति को देखा जा सकता है।
- 07-04-2022: बेंगलुरु में एक बूढ़े व्यक्ति द्वारा माचिस की तीली जलाकर उसे अपने बेटे पर फेंके जाने का वीडियो बिना ब्लर किए बार-बार प्रसारित किया गया।
- 22-03-2022: असम के मोरीगांव जिले में एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़के की पिटाई का वीडियो बिना ब्लर और म्यूट किए चलाया गया। इस वीडियो में लड़के को बेरहमी से पीटते पर रोते और गिड़गिड़ाते हुए सुना जा सकता है।
इस तरह के प्रसारण पर चिंता जताते हुए और इसमें शामिल व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए और बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों सहित टेलीविजन चैनलों के दर्शकों की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, मंत्रालय ने सभी निजी टेलीविजन चैनलों को दृढ़ता से सलाह दी है कि वे प्रोग्राम कोड के अनुरूप मौत सहित अपराध, दुर्घटनाओं और हिंसा की घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए अपने सिस्टम और प्रथाओं को दुरुस्त करें।
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