इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सोमवार को इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सम्मेलन में भारत के विकास कार्यों का बखान किया। प्रधानमंत्री ने विदेशों में रह रहे भारतीयों को उन देशों में भारत का राष्ट्रदूत बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैसे हम सभी जिस शहर में है वो भी अपने आप में अद्भुत है, लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है और मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है।
17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का औपचारिक उदघाटन सोमवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस अवसर पर गयाना और सूरीनाम के राष्ट्रपति भी मौजूद रहें। इंदौर में आयोजित हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया की निगाहें भारत पर हैं और दुनिया यह जानने के उत्सुक रहती है कि भारत क्या कर रहा है। वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भारत ने तरक्की की और पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना। मोदी ने प्रवासियों को विदेशों में भारत का राष्ट्रदूत करार दिया। भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए भविष्य की संभावनाओं को भी रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि ये प्रवासी सम्मेलन खास है क्योंकि आजादी के अमृतकाल में आयोजित हो रहा है। हम प्रवासियों को अलग-अलग देशों में उपलब्धियों के साथ देखते हैं तो एक भारत-श्रेष्ठ भारत की तस्वीर साकार होती है। भारत की संस्कृति और शांति का संदेश के साथ आप लोकतंत्र की जन्मभूमि भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं। प्रवासी विदेशी धरती पर भारत के राष्ट्रदूत हैं। प्रधानमंत्री ने प्रवासियों को विदेशों में भारती की संस्कृति, योग, कला के साथ मोटे अनाज (मीलेट्स)का प्रचार करने का आव्हान भी किया। मोदी ने कहा कि भारत में अब विश्व का नालेज सेंटर ही नहीं स्किल कैपिटल बनने का भी सामर्थ्य रखता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे विश्व की भारत पर निगाह और उत्सुकता है कि भारत क्या करने जा रहा है। इसकी भी वजहें हैं। वैश्विक कठिन दौर में भारत में निःशुल्क 220 करोड़ वैक्सीन दिए। वैश्विक अस्थिरता में आर्थिक तरक्की की। सबसे बड़ा स्टार्ट अप इको सिस्टम बन चुका है। इलैक्ट्रानिक मैन्यूफैक्चरिंग हब बन गया है। तेजस जैसे विमान और अरिहंत जैसी नाभिकिय पनडुब्बी हम बना रहे हैं। कैशलेस इकोनामी बन चुके हैं। हर दिन दुनिया के 40 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में हो रहे हैं। वैश्विक मंच पर अब भारत की बात अलग मायने रखती है। यह भारत का बढ़ता सामर्थ्य प्रदर्शित करता है। इसी के चलते दुनिया में भारत के प्रति जिज्ञासा बढ़ी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग कहते हैं इंदौर एक शहर है, मैं कहता हूं इंदौर एक ‘दौर’ है। यह वह दौर है जो समय से आगे चलता है, फिर भी विरासत को समेटे रहता है। यहां काफी कुछ है, जो आपकी इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। पास ही में महाकाल के महालोक का दिव्य और भव्य विस्तार हुआ है। आशा करता हूं कि आप सब वहां जाकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद भी लेंगे। अद्भुत अनुभव का हिस्सा भी बनेंगे। वैसे हम सभी जिस शहर में है, वह अपने अद्भुत खानपान के लिए मशहूर है। इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में अलग पहचान साबित की है। खाने-पीने के लिए अपन का इंदौर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लाजवाब है। यहां पोहे का पैशन, कचोरी, समोसे, शिकंजी… जिसने भी इसे चखा, उसके मुंह का पानी नहीं रुका, जिसने इसे चखा, उसने कहीं और मुड़कर नहीं देखा। इंदौर में 56 दुकान, सराफा प्रसिद्ध है ही। इंदौर स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी है। मुझे यकीन है कि आप यहां के अनुभव नहीं भूलेंगे, औरों को भी यहां आने को कहेंगे।