नई दिल्ली। फ्रांस ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत के समर्थन को दोहराया है। इससे पहले भारत और फ्रांस ने गुरुवार को 36वीं सामरिक रणनीतिक वार्ता की। इस दौरान वैश्विक सुरक्षा स्थिति, यूक्रेन संघर्ष, अफगनिस्तान की स्थिति, हिन्द प्रशांत क्षेत्र में रक्षा सहयोग सहित कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि आज भारत और फ्रांस के बीच 36वीं सामरिक वार्ता हुई। भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कर रहे थे। वहीं, फ्रांस के शिष्टमंडल का नेतृत्व फ्रांस के राष्ट्रपति के कूटनीतिक सलाहकार एमैनुएल बॉने ने किया।
इमैनुएल बोने ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करता है। यह पूछे जाने पर कि इस बैठक में क्या फ्रांस के साथ रक्षा सौदे पर भी बात हुई, प्रवक्ता ने कहा कि किसी रक्षा सौदे पर बात हुई या नहीं, इस बारे में रक्षा मंत्रालय के बयान का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि बैठक अभी जारी है। बोन ने विदेश मंत्री जयशंकर से भी मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की।
रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों की बातचीत ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत विमान इंजन और लंबी दूरी की पनडुब्बी के निर्माण पर केंद्रित होगी। गुरुवार को राजनयिक सलाहकार बोने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे। मोदी सरकार इस बातचीत को लेकर फिलहाल चुप्पी साधे हुए है लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत, चीन के बढ़ते सैन्यीकरण को देखते हुए हथियार और हॉर्डवेयर जैसी चीजों में आत्मनिर्भर बनना चाहता है। इसके लिए भारत, फ्रांस जैसे अपने प्रमुख सहयोगियों की मदद लेना चाहता है।
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