कोट्टायम। केरल के कोट्टयम में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स की फूड पॉइजनिंग की बजह से मौत हो गई। इसके बाद फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने पूरे प्रदेश के होटलों में छापे मारे। बड़ी संख्या में होटलों में गड़बड़ी पाई गई। जानकारी के मुताबिक 40 होटल बंद कर दिए गए हैं वहीं 62 पर भारी जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा 28 अन्य होटलों को भी वॉर्निंग लेटर दिया गया है।
29 दिसंबर को नर्स रेशमी राज कोट्टायम के होटल पर्क पहुंची थीं और उन्होंने अरबी चिकन डिश मंगवाई थी। इसी को खाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। रेशमी की हालत बिगड़ती ही गई और सोमवार को मौत हो गई। इसके बाद राज्य में सत्ताधारी सीपीआई (एम) के युवा संगठन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ने होटल पर्क पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि उसी होटल में खाना खाने वाले 20 अन्य लोगों को अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने होटल का लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया है और इसे बंद करने का आदेश दिया है।
कोट्टायम में असिस्स्टेंट फूड कमिश्नर सीआर रणदीप ने कहा, पोस्टमॉर्टम के बाद ही सही स्थिति का पता चलेगा। उन्होंने कहा, इन विदेशी पकवानों के साथ जो मेयोनेज खाया जाता है वह कई बार फूड पॉइजनिंग की वजह बन जाता है। वहीं कीमा भी अगर अच्छी तरह नहीं पकता है तो वह भी खराब हो जाता है।
इस घटना के बाद कोट्टायम के रेस्तरां और होटलों पर छापेमारी की गई। इसके अलावा तिरुवनंतपुरम और एर्नाकुलम मे भी अभियान चलाया गया। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि जो लोग मिलाटवटी और नुकसानदायक खाना परोस रहे हैं उनका लाइसेंस तत्काल कैंसिल कर दिया जाए। पिछले ही सप्ताह पथानमपित्ता में एक समारोह में खाना खाने के बाद 100 लोग बीमार हो गए थे।
पिछले हफ्ते, पठानमथिट्टा में एक समारोह में खाना खाने के बाद 100 से ज्यादा लोगों को फूड पॉइजनिंग हो गई थी। जिसके बाद इस घटना की जांच के आदेश दिए गए। पुलिस ने कहा कि कोझिकोड में पिछले साल दिसंबर में कथित तौर पर एक भोजनालय से खाना खाने के बाद करीब 21 लोग बीमार पड़ गए थे।
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