नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी साफ-सुथरी छवि और काम के लिए जाने जाते हैं। नितिन गडकरी कहते हैं कि मुझे खरीदने वाला कोई पैदा नहीं हुआ है। अपने सारे खर्चे खुद उठाता हूं, किसी से कोई मदद नहीं लेता। हाल ही में उन्होंने आपका एक किस्सा शेयर किया है।
इंडिया टीवी के प्रोग्राम ‘आप की अदालत’ में गडकरी ने चुनाव से जुड़ा एक वाकया सुनाया था। उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त एक नामी उद्योगपति मेरे पास आया और मुझसे कहने लगा कि आप को चुनाव में मदद करेंगे। मैंने उससे कहा कि तुम मेरी मदद क्यों करोगे? तुम्हारी खुद की हालत खराब है, खुद नुकसान में जा रहे हो। मेरी कोई मदद नहीं करनी है, पहले अपना घर संभालो। मेरी बात सुनकर उसकी आंखों में आंसू आ गए। इस तरह का हादसा मेरे साथ चार-पांच बार हो चुका है।
नितिन गडकरी कहते हैं कि मैंने खुद 5-7 लोगों को पार्टी के लिए पैसा देने से मना किया है, क्योंकि मैं उन्हें परिवार की तरह मानता हूं। मुझे पता है कि उनकी स्थिति अच्छी होगी तो खुद मेरे पास आकर कहेंगे कि क्या करना है। जो आदमी बुरी हालत में बैंक का कर्ज नहीं दे सकता, मैं नहीं चाहता कि जबरदस्ती मेरी मदद करे।
‘जिसका हाथ पकड़ लेता हूं, कभी नहीं छोड़ता’
गडकरी कहते हैं कि मैंने ऐसे संबंध बनाए हैं, चाहे मैं सत्ता में रहूं या जाऊं कोई फर्क नहीं पड़ता। और मैं एक बार जिसका हाथ पकड़ लेता हूं, फिर कभी नहीं छोड़ता हूं। जिससे दोस्ती है उससे पक्की दोस्ती है और हमेशा रहेगी। नितिन गडकरी कहते हैं कि मैंने कभी भी सोने के पिंजरे में बैठने का सपना नहीं देखा है। मुझे मेरी हैसियत और औकात से बहुत ज्यादा मिला है। ना किसी की लॉबिंग करता हूं, ना किसी के पास जाता हूं।
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