गोरखपुर। यूपी के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में बम लेकर आतंकी घुसने की फर्जी सूचना देने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बाइक लेकर जा रहा था, इस दौरान यातायात नियम तोड़ने पर पुलिसकर्मी ने डांटा था। इसी वजह से पुलिस को परेशान करने के लिए उसने फर्जी सूचना दे दी थी।
कैंट थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) शशि भूषण राय ने बताया कि रविवार को सीएम की मंदिर में मौजूदगी के दौरान ही पुलिस कंट्रोल में बम लेकर आतंकी घुसने की सूचना मिली थी। बताया गया था कि चार लोग काला कपड़ा पहने हैं और मंदिर में दाखिल हो गए हैं। मोबाइल नंबर के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि कुर्बान अली निवासी गोलघर ने फोन किया था। उस पते पर जाने पर वहां पर कुर्बान अली नाम का कोई शख्स नहीं मिला।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार देर रात मालकिन होटल के पास कार्मल रोड से उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कुर्बान अली ने बताया कि वह बिहार के वैशाली का रहने वाला है और गोरखपुर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक बेकरी में सामान की डिलीवरी करता है। छानबीन करने पर पता चला कि गोलघर फ्लैट नंबर तीन के पते पर बने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल कर कुर्बान अली ने सिमकार्ड लिया था।
उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रविवार की सुबह जब वह सामान देने जा रहा था तो धर्मशाला बाजार के पास एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने उसे यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए डांटा और उसे बहुत बुरा लगा, तभी उसने गोरखपुर पुलिस को सबक सिखाने के लिए उसने 112 नंबर पर बम होने की फर्जी सूचना दी।
एसएचओ ने बताया, उसने कहा कि जब उसके पास कई फोन आने लगे तो उसने फोन बंद कर दिया और बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उल्लेखनीय है कि गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की शीर्ष पीठ है और इस पीठ के महंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं।
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