दिल्ली। दिल्ली के कंझावला कांड में एक नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि मृतक युवती अपनी स्कूटी पर अकेली नहीं थी। हादसे के वक्त उसके साथ एक और लड़की थी। उसे हादसे में हल्की चोट लगी थी। घटना के बाद वह घर चली गई थी। लेकिन मृतक का पैर कार में फंस गया, जिसके बाद उसे आरोपी कई किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए। पुलिस ने लड़की को ट्रेस कर लिया है और उसका बयान भी दर्ज करेगी।
पुलिस को नए साल पर रात के एक बजे का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि हादसे के समय उसकी दोस्त भी थी जो घायल हुई। हालांकि परिवार ने इस नए एंगल पर संदेह जताया है। परिजनों का कहना है कि उसकी दोस्त ने हादसे की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी। अब पुलिस इस लड़की का मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराएगी। इस वीडियो में दिखाई देता है कि लड़की स्कूटी निकालती है और साथ चल रही लड़की उसके पीछे बैठ जाती है और वे चल देते हैं।
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि कंझावला में हुई घटना में युवती को करीब 12 किलोमीटर तक कार से घसीटा गया था। FIR के अनुसार, रात करीब दो बजे हुई इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार आरोपियों ने दुर्घटना से महज कुछ घंटे पहले यह कार किसी से उधार ली थी। दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने अपने दोस्त आशुतोष से कार ली और दुर्घटना के बाद कार वापस उसके घर पर खड़ी कर दी।
सुल्तानपुरी कांड के पांचों आरोपियों ने जब कंझावला रोड पर जोंटी गांव के पास कार रोकी तो उन्होंने युवती को कार में फंसा देखा। आरोपियों ने युवती को कार के नीचे से निकाला और उसे खुले आसमान के नीचे सर्दी में वहीं फेंककर चले गए। युवती के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। सुल्तानपुरी थाने में दर्ज एफआईआर में आरोपी अमित व दीपक ने कार मालिक आशुतोष को बताया है कि उन्होंने ज्यादा शराब पी रखी थी। उन्होंने किशन विहार में एक स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी थी। डर की वजह से वह मौके से फरार हो गए। आरोपियों ने यह नहीं देखा कि युवती कार में फंस गई है। दूसरी तरफ इस मामले में गृहमंत्रालय ने संज्ञान लिया और दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
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