9 महीने से पुलिस को था इंतजार, पिज्जा के डिब्बे ने पहुंचा दिया जेल

बुखारेस्ट। पूर्व किकबॉक्सर और विवादित सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर एंड्रयू टेट को रोमानिया में गिरफ्तार कर लिया गया है। टेट अप्रैल से ही आपराधिक जांच के दायरे में थे लेकिन गिरफ्तारी पिज्जा बॉक्स की वजह से हुई।

एंड्रयू टेट एक अमेरिकी-ब्रिटिश किकबॉक्सर हैं। उनकी उम्र 36 वर्ष है। वह कोबराटेट नामक एक वेबसाइट चलाते हैं। दरअसल वह खुद को किंग कोबरा कहते हैं। सोशल मीडिया पर उनके करोड़ो फॉलोवर्स हैं। एंड्रयू टेट पूर्व प्रो किकबॉक्सर हैं। 2016 में वह ब्रिटेन के रियलिटी शो बिग ब्रदर में दिखाई दिए थे। लेकिन इस दौरान उनका एक वीडियो सामने आया जिसमें वह एक महिला को बेल्ट से मार रहे थे, जिसके बाद उन्हें शो से बाहर निकाल दिया गया, हालांकि उन्होंने वीडियो में दिख रही घटना को अस्वीकार कर दिया था।

उन्हें कई लोग महिला विरोधी के रूप में देखते हैं। वहीं एंड्रयू का मानना है कि वह महिलाओं से जुड़े असली मुद्दों को उठाते हैं। इस तरह के बयानों के लिए टेट को 2017 में ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉम से बैन कर दिया गया था। लेकिन मस्क के ट्विटर खरीदते ही टेट को उनकी आइडी वापस मिल गयी। अमेरिका के शिकागो में जन्में और ब्रिटेन के ल्यूटन में पले-बढ़े टेट ने अपने करियर की शुरुआत किक बॉक्सिंग से की थी। बाद में वह टीवी प्रोड्यूसर के तौर पर भी काम करने लगे थे। लेकिन महिला विरोधी बयानों के कारण उन्हें ब्रिटेन में पसंद नहीं किया गया और वह रोमानिया में आकर छिप गए।

बीते दिनों टेट ने व्यंग्य से भरे ट्वीट में जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को टैग कर अपनी कारों की संख्या और उनके बड़े पैमाने पर उत्सर्जन के बारे में बात की। उन्होंने ग्रेटा से उनका ईमेल मांगा था ताकि वह उन्हें पूरी डिटेल भेज सकें। बाद में एंड्रयू ने एक वीडियो बनाया था, जिससे उनकी लोकेशन पुलिस को पता चल गई। डेली मेल की खबर के मुताबिक वीडियो में एंड्रयू ने मेज पर पिज्जा का डिब्बा रखा था। पिज्जा के डिब्बे पर रेस्टोरेंट की डिटेल से उनकी लोकेशन पता चली। गिरफ्तारी के बाद ग्रेटा ने उन पर तंज कसते हुए कहा कि जब आप पिज्जा के डिब्बे रिसायकल नहीं करते तो यही होता है।

इसी साल अप्रैल में अमेरिकी एंबेसी ने रोमानिया पुलिस को जानकारी दी थी कि टेट और उनके भाई ने 21 साल की अमेरिकी लड़की को अपने घर पर बंधक बना रखा है। इसके बाद दोनों भाइयों से पूछताछ की गयी थी। हालांकि सबूतों के अभाव में दोनों छूट गए थे। अप्रैल में भी इसी साल उनके घर पर मानव तस्करी के मामले में रेड की गई थी।

Exit mobile version