अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या अब अपनी पहचान को देश-विदेश तक पहुंचा रही है। देश-दुनिया से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आने लगे है। लंबे समय तक विवाद की वजह से विकास की दौड़ में पीछे छूटे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत और दीपोत्सव जैसे कार्यक्रमों ने इसका आकर्षण बढ़ा दिया है। यही कारण साल 2022 में दो करोड़ 21 लाख 38 हजार 805 पर्यटक अयोध्या पहुंचे जो कि 2021 के मुकाबले 67 लाख अधिक है जिसमें 26 हजार 403 विदेशी पर्यटक शामिल है।
प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से अयोध्या ने ना सिर्फ आध्यात्मिक, बल्कि सांस्कृतिक ऊंचाइयों को भी छुआ है। श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। कई सदियों से मंदिर की राह देख रहे श्रद्धालुओं को जब इसकी खुशी मिली, तब भी वे खुद को यहां आकर शीश नवाने से रोक न सके। शपथ लेने के उपरांत योगी सरकार ने सबसे पहले यहां के गौरव को पुनः लौटाने का जो संकल्प लिया, आज वह पूरा हो चुका है। लिहाजा बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक यहां आ रहें है।
पर्यटन विभाग का अनुमान 2031 तक पर्यटकों की संख्या 6.8 करोड़ होगी
वर्ष- भारतीय पर्यटक, विदेशी पर्यटक, कुल पर्यटक
2017- 1,78,32,717 -25,141, – 1,78,57,858
2018-1,95,34,824- 28,335- 1,95,63,159
2019-2,04,63,403- 28,321- 2,04,91,724
2020- 61,93,537- 2,611- 61,96,148
2021-1,57,43,359- 431- 1,57,43,790
2022- 2,21,12,402- 26,403- 2,21,38,805, शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव, पौराणिक स्थलों के नवनिर्माण व पुनरुद्धार आदि की बदौलत अयोध्या में अध्यात्म, संस्कृति व विकास की नई राह दिखाई है। इसकी वजह से ना सिर्फ भारत बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है। अब अयोध्या अपने गौरवशाली अतीत के साथ समृद्धिशाली वर्तमान की नई कहानी कह रहा है। आंकडे इस बात की गवाही दे रहें है।
Discussion about this post