कौशांबी। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के विकास भवन स्थित महिला कल्याण विभाग के जिला प्रोबेशन अधिकारी(डीपीओ) दफ्तर में महिला कर्मचारी से अश्लील हरकत वीडियो सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी डीपीओ को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 354ए और 354डी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि दफ्तर में अपनी कुर्सी पर बैठे डीपीओ राजनाथ राम के सामने एक महिला कर्मचारी विभागीय पत्रावली लेकर पहुंचती है।पत्रावली में हस्ताक्षर करने के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी महिलाकर्मी को बैड टच कर रहे हैं। महिलाकर्मी इसका विरोध करती भी दिख रही है। वीडियो सामने आने के बाद प्रशासनिक अफसरों में खलबली मच गई है। मामले की गंभीरता को देखने हुए डीएम ने एडीएम न्यायिक डॉ.विश्राम की अगुवाई में दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया है। साथ ही विभागीय कार्रवाई की संस्तुति करते हुए शासन को पत्र भेजा है।
वहीं पीड़िता प्रयागराज की रहने वाली है और कौशांबी जिले के विकास भवन स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग में संविदा पर नौकरी करती है। पीड़ित महिला कर्मचारी ने बताया कि ऑफिस के एक रजिस्टर में कुछ खामियों को ठीक करवाने के लिए वह डीपीओ के पास गई थीं। तभी डीपीओ ने उसके साथ अश्लील हरकत की। महिला कर्मचारी ने बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी डीपीओ अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता रहता था।
पीड़िता ने बताया कि डीपीओ उसे अश्लील मैसेज भी करता है। साथ ही वीडियो कॉल करके गंदी बातें भी करता है। वह डीपीओ की इन हरकतों से परेशान हो गई थी। इसलिए उसने सोचा कि इस बार डीपीओ का वीडियो ही बना लेगी।
बता दें चार दिन पहले भी डीपीओ दफ्तर में छेड़खानी का एक मामला उजागर हुआ था। इसमें एक संविदाकर्मी डीपीओ दफ्तर में बेहोश मिली थी जिसे विभागीय कर्मचारियों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। महिला कर्मचारी ने डीपीओ पर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने डीएम तथा प्रयागराज मंडल के कमिश्नर को पत्र भेज कर मामले की शिकायत की थी। महिला कर्मचारी का आरोप है कि उसने डीपीओ की मनमानी का विरोध किया। इसकी वजह से डीपीओ ने अधिकारियों को गलत जानकारी देकर उसकी सेवाएं खत्म करा दी हैं।
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