सपा कार्यालय के बाहर लगे ओपी राजभर की नो एंट्री के पोस्टर

लखनऊ। यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन का अहम हिस्‍सा रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्‍यक्ष ओमप्रकाश राजभर के रिश्‍ते अखिलेश यादव से बिगड़े तो फिर बिगड़ते ही चले गए। अब कड़वाहट यहां तक पहुंच चुकी है कि लखनऊ में समाजवादी पार्टी मुख्‍यालय के बाहर ओमप्रकाश राजभर की एंट्री पर बैन का होर्डिंग लग गया है।

समाजवादी युवजन सभा के नेता संतोष सिंह की तरफ से सपा कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा गया है कि ओम प्रकाश राजभर जी का सपा कार्यालय में आना प्रतिबंधित है। सोशल मीडिया पर यह पोस्टर वायरल हुआ तो ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर भड़क गए। उन्होंने कहा कि सपा और उनके कार्यकर्ता बौखला गए हैं। SBSP की लोकप्रियता से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी घबराए हुए हैं, इसीलिए अब होर्डिंग और बैनर लगा रहे हैं।

अरुण राजभर ने कहा कि अति पिछले यूपी में 38 प्रतिशत हैं। इस वर्ग के लोगों को सपा ने कितनी हिस्सेदारी दी। अब यही पिछड़ा वर्ग सपा के कार्यालय पर नहीं जाना चाहता। सपा से नफरत करते हैं। इसलिए सपा के लोग होर्डिंग लगाकर जनता को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि अराजकता तो इनका (सपा) प्रमाण है। ये हमेशा से गुंडागर्दी, थानों में दलाली करने वाले लोग थे। ये जमीन पर होर्डिंग लगाकर कहते थे कि अब यह हमारी जमीन है। इन्होंने लोगों की जमीन लूटी है। यही लोग अब सपा कार्यालय पर होर्डिंग भी लगा रहे हैं।

अरुण राजभर ने किया था स्टिंग ऑपरेशन
बता दें कि समाजवादी पार्टी पर सुभासपा को तोड़ने के आरोप को साबित करने के लिए ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने एक स्टिंग ऑपरेशन का दावा किया था। इसमें सुभासपा के कटप्पा कहे जाने वाले महेंद्र राजभर को सपा कार्यालय से निकलते दिखाया गया था। अरुण राजभर ने खुद किसी रिपोर्टर की तरह महेंद्र राजभर के साथ भी एक वीडियो बनाया था। इस वीडियो में वह महेंद्र राजभर से कई सवाल पूछते हुए उनसे सफाई मांग रहे थे। सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे महेंद्र राजभर ने इस साल सितंबर में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली थी। महेंद्र राजभर की गिनती न सिर्फ सुभासपा के कद्दावर नेताओं में होती थी बल्कि वह ओपी राजभर के रिश्ते मे समधी भी लगते हैं। 2017 में भाजपा और सुभासपा गठबंधन की तरफ से महेंद्र राजभर को ही मऊ सदर सीट से मुख्तार अंसारी के खिलाफ मैदान में उतारा था।

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