खेड़ा। गुजरात के खेड़ा जिले में बेटी का वीडियो अपलोड करने पर युवक को फटकार लगाने पहुंचे सीमा सुरक्षा बल के जवान को पीट-पीटकर मार देने का मामला सामने आया है। घटना की सूचना मिलने के बाद खेड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर दो महिलाओं समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
खेड़ा जिले के नदियाद तालुका के चकलासी पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, मेहसाणा में बीएसएफ 56 बटालियन में तैनात हवलदार मेलाजी वाघेला (45) और उनकी पत्नी मंजुला (42) अपने एक बेटे नवदीप वाघेला और भतीजे चिराग वाघेला के साथ 20 वर्षीय शैलेश उर्फ सुनील जादव के घर गए थे। युवक शैलेश ने कथित तौर पर मेलाजी की 15 वर्षीय बेटी के वीडियो ऑनलाइन अपलोड किए थे। पुलिस ने दावा किया कि शैलेश और लड़की दोस्त थे। शिकायत के मुताबिक मेलाजी 24 दिसंबर की रात करीब 10 बजे शैलेश के घर पहुंचे। शैलेश के पिता दिनेश छाबाभाई जादव और परिवार के अन्य सदस्य अरविंद छाबाभाई जादव, छाबाभाई चतुरभाई जादव, सचिन अरविंद जादव और भावेश चिमनभाई जादव साथ बैठकर आग सेंक रहे थे। वीडियो घटना के बारे में पूछे जाने पर वे वाघेला परिवार को गाली देने लगे। घर की दो महिलाएं कैलाशबेन अरविंदभाई जादव और शांताबेन चिमनभाई जादव भी बाहर निकलीं और उन पर झूठा आरोप लगाकर शैलेश को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए गालियां देना शुरू कर दिया।
इसके बाद दिनेश ने लकड़ी के डंडे से बीएसएफ के जवान के सिर पर वार करना शुरू कर दिया। प्राथमिकी में कहा गया है कि भावेश ने मेलाजी और नवदीप के सिर पर दरांती से वार किया। सचिन ने फिर एक लकड़ी का लट्ठा लिया और मंजुला के बाएं पैर और हाथ पर मारा। अरविंद ने फावड़े के हत्थे से मेलाजी को मारा और चाबा ने लकड़ी के डंडे से उसकी पिटाई की। प्राथमिकी में कहा गया है कि इसके बाद दोनों महिलाओं ने बीएसएफ जवान को पीटना शुरू कर दिया।
घायल नवदीप अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया
आरोपी के फरार होने पर मेलाजी का बेटा भी बेहोश हो गया। मेलाजी को खून बहने लगा और वह जमीन पर गिर पड़ा। शिकायत दर्ज कराने वाली मंजुला ने अपने पति के फोन से अपने भतीजे और बाकी बेटों को फोन किया। उन्होंने एंबुलेंस बुलाई और पीड़ितों को नडियाद सिविल अस्पताल ले गए। अस्पताल में मेलाजी को मृत घोषित कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल नवदीप को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
मेलाजी के दूसरे बेटे प्रतीक वाघेला के मुताबिक उनकी मां को नदियाड के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रतीक ने कहा, “मेरे पिता मेहसाणा में बीएसएफ की 56 बटालियन में तैनात थे। उन्हें राजस्थान के बाड़मेर जिले में ट्रांसफर कर दिया गया था। इसलिए, वह 15 दिन की छुट्टी पर घर आए थे।” प्राथमिकी के मुताबिक मेलाजी दो दिन पहले भी शैलेश को फटकार लगाने उसके घर गए थे, लेकिन तब वह घर पर नहीं मिला था।
चकलासी थाने के जांच अधिकारी (IO) जेएस चंपावत के मुताबिक “प्राथमिकी में दर्ज सभी सातों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में नदियाड के बिलोदरा जेल भेज दिया गया है। उन्हें सोमवार को नदिदा प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश भी किया गया था। सभी सात आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 143 (गैरकानूनी असेंबली), 147 (दंगे), 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस) और 149 (गैरकानूनी असेंबली का हर सदस्य सामान्य वस्तु के अभियोजन में किए गए अपराध का दोषी) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
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