गाजियाबाद। स्क्रैप कारोबारी फरमान मलिक से 44.93 लाख रुपये की लूट को अंजाम उसके पूर्व पार्टनर आतिफ उर्फ यूसुफ ने ही दिया था। । पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर 22.47 लाख रुपये और लूटी गई स्कूटी भी बरामद कर ली है। इनका एक साथी गुलफाम फरार है।
एडिशनल पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार ने बताया, 19 दिसंबर की रात कस्बा मुरादनगर निवासी स्क्रैप कारोबारी फरमान मलिक दिल्ली से कैश लेकर लौट रहे थे। नंदग्राम थाना क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों ने ओवरटेक करके कार रुकवाई। तमंचे से गाड़ी के शीशे तोड़े और फरमान मलिक से कैश भरा बैग लूट लिया। इस बैग में 44 लाख 93 हजार रुपए रखे हुए थे। क्राइम ब्रांच और नंदग्राम थाना पुलिस ने रविवार को ये केस वर्कआउट करते हुए चार बदमाशों को पकड़ा है। ये बदमाश आतिफ उर्फ यूसुफ, आमिर, नदीम और दानिश हैं। चारों मुरादनगर व ट्रोनिका सिटी इलाके के रहने वाले हैं। इनसे 22 लाख 47 हजार रुपए और एक लूटी हुई स्कूटी बरामद हुई है। बदमाश बाइक से लूट को अंजाम देने आए थे, लेकिन वारदात के बाद बाइक स्टार्ट नहीं हुई थी, जिसके कारण वे पैदल ही भागे और रास्ते में भूपेश शर्मा से गन प्वाइंट पर यह स्कूटी लूट ली थी।
20 लाख रुपये के लिए की थी वारदात
आतिफ एक साल पहले कर फरमान के साथ कारोबार करता था। इसमें दस्तावेज आतिफ के लगे थे। मुनाफा आधा-आधा होता था लेकिन टैक्स का पैसा आतिफ के खाते से कटते थे। टैक्स को बांटने पर दोनों मे विवाद हुआ था। आतिफ ने पुलिस को बताया कि पार्टनरशिप तोड़कर फरमान अलग काम करने लगा और उसके 20 लाख रुपये भी नहीं दिए।
आतिफ को पता था कि फरमान दिल्ली से रुपयों का कलेक्शन करके मुरादनगर लाता रहता है। उसके पास रोजाना बड़ी रकम होती है। इसकी सूचना उसने दोस्त आरिफ को दी और आरिफ ने उसकी मुलाकात पेशेवर बदमाश गुलफाम से कराई।
गुलफाम ने आतिफ व अन्य साथियों के साथ फरमान के आने-जाने वाले रास्तों और उसके कलेक्शन करने वाले स्थानों की रेकी की। वह चाहता था कि लूट की वारदात को अंजाम देते वक्त कोई गलती न हो। वारदात के दिन आतिफ, गुलफाम और आरिफ तीनों बाइक लेकर चोरी की बाइक लेकर दिल्ली सीलमपुर पहुंचे। यहां से उन्होंने रकम लेकर गाड़ी से निकले फरमान का पीछा किया। आतिफ हेलमेट लगाकर बाइक चला रहा था, जबकि गुलफाम और आमिर पीछे बैठे थे। तीनों ने राजनगर एक्सटेंशन में मिग्सन सोसायटी के पास सुनसान क्षेत्र में गाड़ी पहुंचते ही वारदात को अंजाम दिया और रुपयों से भरे बैग को लूटकर फरार हो गए।
दानिश ने चोरी की बाइक, नदीम ने तमंचे दिए
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि लूट की इस वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी। उन्हें पता था कि लूट में अपनी बाइक का इस्तेमाल करने पर वह पकड़े जा सकते हैं। पुलिस बाइक नंबर के जरिए उन तक पहुंच सकती है। इसके लिए गुलफाम ने गौतमबुद्धनगर में दानिश से संपर्क किया। उसने गेझा से चोरी की बाइक मुहैया कराई और नदीम ने उसे तमंचा दिया था।