नई दिल्ली। न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) के फाउंडर प्रणय रॉय और राधिका रॉय NDTV में अपने लगभग सभी शेयर्स (27.26%) अडाणी ग्रुप को ट्रांसफर करेंगे। इसके बाद उनके पास केवल 5% हिस्सेदारी बचेगी। इस ट्रांसफर से अडाणी ग्रुप की हिस्सेदारी बढ़कर 64.72% हो जाएगी जो अभी 37.45% है।
एनडीटीवी के संस्थापक राधिका और प्रणय रॉय ने अपने स्टेटमेंट में बताया कि उन्होंने साल 1988 में एनडीटीवी की शुरुआत इस विश्वास के साथ की थी कि भारत में पत्रकारिता विश्वस्तरीय है। लेकिन एक मजबूत और प्रभावी प्रसारण मंच की जरूरत है जो इसे बढ़ने और चमकने दे। कहा कि, वह 34 साल बाद मानते हैं कि एनडीटीवी एक ऐसी संस्था है जिसने उनकी बहुत सारी उम्मीदों और आदर्शों को पूरा किया है। एएमजी मीडिया नेटवर्क, हालिया ओपन ऑफर के बाद, अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयरधारक है। नतीजतन, आपसी समझौते से उन्होंने एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयरों को एएमजी मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला किया है। ओपन ऑफर लॉन्च होने के बाद से गौतम अडानी के साथ उनकी चर्चा पॉजिटिव रही है। कहा कि, उनके दिए गए सभी सुझावों को उन्होंने सकारात्मक और खुलेपन के साथ स्वीकार किया।
राधिका-प्रणय ने कहा कि उनके दिए गए सभी सुझावों को गौतम अडाणी ने सकारात्मक और खुलेपन के साथ स्वीकार किया है। गौतम अडाणी ने एक ऐसे ब्रांड में निवेश किया है, जो भरोसे, विश्वसनीयता और स्वतंत्रता का पर्याय है और हमें आशा है कि वह इन मूल्यों को बनाए रखेंगे। अडाणी ग्रुप ने अगस्त में NDTV की 29.18% हिस्सेदारी खरीदी थी।
ओपन ऑफर के बाद NDTV के सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बना था अडानी समूह
अडानी समूह इसी महीने ओपन ऑफर के बाद मीडिया कंपनी नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बन गया था। अडानी समूह ने ओपन ऑफर के जरिए नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 37 फीसदी से अधिक बढ़ा दी थी। अडानी का समूह एनडीटीवी में 26 फीसदी हिस्सेदारी लेना चाह रहा था, लेकिन खुली पेशकश ने केवल 53 लाख शेयरों की पेशकश की थी। अडानी को समूह मीडिया कंपनी का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने के साथ उसे प्रसारणकर्ता कंपनी का चेयरमैन नियुक्त करने का अधिकार मिल गया था। इसके पहले एनडीटीवी (NDTV) के प्रमोटर्स प्रणय रॉय (Prannoy Roy) और राधिका रॉय ने तत्काल प्रभाव से डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था।
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