गाजियाबाद की दिव्या की हत्या का 7 महीने बाद खुलासा, लिव-इन पार्टनर गिरफ्तार

रमन और दिव्या

गाजियाबाद। इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के वसुंधरा की दिव्या उपाध्याय की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर रमन गुर्जर ने की थी। 7 महीने से लापता दिव्या की गुत्थी पुलिस ने शुक्रवार को सुलझा ली है। पुलिस और दिव्या के परिजनों को गुमराह करने के लिए उसने न केवल थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई बल्कि सात महीने तक उसे तलाश करने का नाटक भी करता रहा।

रमन गुर्जर मूल रूप से लोनी क्षेत्र में बादशाहपुर सिरौली गांव का रहने वाला है। गाजियाबाद के टीला मोड़ इलाके में उसकी मोटर गैराज है। साल 2018 में रमन दिल्ली बॉर्डर पर एक शादी में गया था। यहां पहली बार उसने दिव्या उपाध्याय को देखा हालांकि, उस वक्त मुलाकात नहीं हुई। रमन ने दिव्या को सोशल मीडिया पर तलाशकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और दोस्ती हो गई। दोनों पहली बार न्यू ईयर पर एक नवंबर 2019 को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में मिले। इसके बाद वे एक-दूसरे के नजदीक आ गए।

इसके बाद रमन ने वसुंधरा सेक्टर-1 में किराए का फ्लैट ले लिया। यहां दिव्या उसके साथ लिव-इन में रहने लगी। दोनों से एक बेटी पैदा हुई, जिसकी उम्र अब 2 साल है। 19 मई 2022 को दिव्या संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गई थी। अगले दिन 20 मई को रमन ने ही थाना इंदिरापुरम में जाकर दिव्या को पत्नी बताते हुए उसकी मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी हालांकि पुलिस उस वक्त दिव्या के बारे में कुछ पता नहीं लगा सकी।

पुलिस उपायुक्त, ट्रांस हिंडन डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि 18 दिसंबर को राम विहार कालोनी (गौतमबुद्धनगर जिला) की बिट्टो ने इंदिरापुरम कोतवाली में बेटी दिव्या(25) के 22 मई से गायब होने की शिकायत दी। उन्होंने बेटी के साथ वसुंधरा सेक्टर-पांच में लिव-इन-रिलेशन में रहने वाले बादशाहपुर सिरौली के रमन उसके चाचा गजेंद्र उर्फ गज्जू और बहन पिंकी पर अनहोनी करने की आशंका जाहिर की। उनकी शिकायत पर तीनों आरोपितों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया।

रमन के मोबाइल की लोकेशन से पता चला कि 19 मई को मात्र एक दिन के लिए वह शिमला गया था। इससे उस पर शक गहराया। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई। उसने बताया कि 19 मई को वह कार से दिव्या और दो साल की बेटी आमायरा को घुमाने के बहाने शिमला ले गया। रात करीब आठ बजे कुन्नौर जाने वाले रास्ते में उसकी चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी। डीसीपी दीक्षा शर्मा ने बताया कि रमन शिमला से कुमारसेन थाना क्षेत्र के कुल्लू ले गया था। वहां हत्या कर अगले दिन ही बेटी को लेकर घर लौट आया था और इंदिरापुरम थाने में दिव्या की गुमशुदगी की तहरीर दी।

एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि कुमारसेन थाने में पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि कुल्लू में 26 मई को 35 वर्षीय महिला का शव मिला था। एक हफ्ते तक पानी में रहने के कारण शव फूल गया था। पुलिस ने शव की शिनाख्त नहीं होने पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। दिव्या के हाथ पर बने टैटू में लिखा था आई लव माई मॉम एंड पोप्स और रोशन प्रिंस जबकि दाये कंधे पर ए लिखा था। दिव्या की मां ने इससे शिनाख्त की। गाजियाबाद पुलिस ने लावारिस शव के फोटो मांगे तो बिट्टो ने उसकी पहचान दिव्या के रूप में की है।

दिव्या को छोड़ना चाहता था रमन
रमन ने बताया कि दिव्या 2018 से उसके साथ लिव-इन में वसुंधरा स्थित फ्लैट में रह रही थी। इस बीच रमन ने एक अन्य महिला से शादी कर ली। दिव्या को ये बात पता चल गई। इसे लेकर आए दिन दोनों में झगड़ा होने लगा। रमन अब दिव्या से छुटकारा पाना चाहता था। इसलिए उसकी हत्या की प्लानिंग बनाई और घुमाने के बहाने दिव्या को शिमला ले गया और वहां ले जाकर मार डाला।

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