नई दिल्ली। कतर में विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हरा दिया। इसी के साथ अर्जेंटीना 36 साल बाद विश्व कप जीतने में सफल रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जेंटीना को फीफा वर्ल्ड कप चैंपियन बनने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फाइनल मुकाबले को फुटबॉल के सबसे रोमांचक मैचों में से एक के रूप में याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फीफा वर्ल्ड कप चैंपियन बनने के लिए अर्जेंटीना को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि आपने टूर्नामेंट में शानदार खेल खेला। अर्जेंटीना और मेस्सी के लाखों भारतीय फैंस ने भी इस शानदार जीत का लुत्फ उठाया। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने फीफा वर्ल्ड कप फाइनल में हारी फ्रांस की टीम का भी हौसला बढ़ाया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को टैग करते हुए पीएम ने लिखा कि खिलाड़ियों ने फाइनल में अपने खेल कौशल से फुटबॉल प्रशंसकों का दिल जीत लिया।
36 साल बाद वर्ल्ड कप जीता अर्जेंटीना
कतर का लुसैल स्टेडियम रविवार (18 दिसंबर) को फुटबॉल के एक एतिहासिल मैच का गवाह बना। पेनल्टी शूटआउट तक चले मैच में अर्जेंटीना ने फ्रांस को 4-2 से हराकर विश्व कप अपने नाम कर लिया। दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में एक लियोनल मेसी और युवा स्टार किलियन एम्बाप्पे ने अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन किया। मेसी ने दो तो एम्बाप्पे ने तीन गोल दागे।
लियोनल मेसी ने मैच में पहला गोल 23वें मिनट में पेनल्टी पर किया। वह एक विश्व कप के सभी नॉकआउट मैचों में गोल करने वाले दुनिया के पहले फुटबॉलर बन गए। उनके बाद एंजेल डी मारिया 36वें मिनट में गोल कर अर्जेंटीना को 2-0 से आगे कर दिया। हाफटाइम तक अर्जेंटीना की टीम 2-0 से आगे थी। हाफटाइम के बाद दोनों टीमों ने लगातार हमले किए, लेकिन गोल नहीं निकल पा रहे थे। 80 मिनट तक तो ऐसा लगा कि अर्जेंटीना अब मैच को आसानी से जीत लेगा, लेकिन किलियन एम्बाप्पे ने दो मिनट में दो गोल कर मैच को पलट दिया। उन्होंने 80वें और 81वें मिनट में गोल कर दिया।
निर्धारित 90 मिनट तक स्कोर 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया। वहां दोनों टीमों को 15-15 मिनट के दो हाफ मिले। लियोनल मेसी ने 108वें मिनट में गोल कर मैच में अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया। एक बार फिर लगा कि अर्जेंटीना जीत के करीब पहुंच गया है, लेकिन उसकी राह में किलियन एम्बाप्पे फिर से खड़े हो गए। उन्होंने 117वें मिनट में गोल कर मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया। वहां अर्जेंटीना ने मुकाबले को 4-2 से अपने नाम कर लिया।
अर्जेंटीना ने 36 साल बाद वर्ल्ड कप जीता है। इससे पहले उसे 1986 में खिताबी कामयाबी मिली थी। अर्जेंटीना का यह ओवरऑल तीसरा खिताब है। टीम 1978 में पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। वहीं, फ्रांस का लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना अधूरा रहा गया। टीम 2018 में चैंपियन बनी थी। फ्रांस दूसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में हारा है। इससे पहले उसे 2006 में इटली के खिलाफ फाइनल मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में हार मिली थी।
मेसी का सपना पूरा
अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे मेसी की अधूरी ख्वाहिश पूरी हो गई जिससे वह 2014 में चूक गए थे। डिएगो माराडोना (1986) के बाद उन्होंने अपनी टीम को विश्व कप दिलाकर महानतम खिलाड़ियों की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया।
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