वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से बहुत बड़ी मुसीबत में फंस गये हैं। ट्रम्प की कंपनी को मैनहट्टन अपार्टमेंट्स और लक्जरी कारों जैसे भत्तों पर टैक्स से बचने में कंपनी के अधिकारियों की मदद करने के लिए कर धोखाधड़ी करने का दोषी ठहराया गया है। डोनाल्ड ट्रंप की दोनों कंपनियों को टैक्स फ्रॉड मामले में दोषी ठहराया गया है।
डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी पर चल रहे टैक्स फ्रॉड के मामले में ज्यूरी मेंबर्स ने ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन में दो कॉर्पोरेट कंपनियों को सभी 17 मामलों में दोषी पाया है। जिसमें साजिश के तहत गलत व्यापार रिकॉर्ड दर्ज करने के आरोप शामिल थे। दो दिनों में करीब 10 घंटे के विचार-विमर्श के बाद ये फैसला आया है। ज्यूरी मेंबर्स ने पाया है कि, डोनाल्ड ट्रंप की दोनों कंपनियां अपार्टमेंट, लग्जरी कारों, नौकरी के भत्तों पर इनकम टैक्स का भुगतान नहीं करती थी और इसके लिए कंपनी के कागजात से छेड़छाड़ किए जाते थे।
वहीं, न्यूयॉर्क के सरकारी अधिकारियों का कहना है कि, ट्रंप के खिलाफ लगे सभी आरोप सही हैं और अभी भी डोनाल्ड ट्रंप की कंपनियों पर पिछले तीन सालों से चल रही जांच जारी है। आपको बता दें कि, शुरूआत में डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से किए गये एक पैमेंट में अनिमियतता पाए जाने के बाद मामूली स्तर से ये जांच शुरू हुआ था, लेकिन जैसे जैसे जांच बढ़ने लगी, और तमाम गड़बड़ियों का पता चलने लगा।
लगाया जा सकता है जुर्माना
डोनाल्ड ट्रंप की कंपनियों पर 1.6 मिलियन डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। मैनहट्टन जिला अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कहा कि, “एक पूर्व राष्ट्रपति की कंपनियां अब अपराधों के लिए दोषी हैं। और परिणाम आ गये हैं।” उन्होंने कहा कि, “यह रेखांकित करता है कि मैनहट्टन में हमारे पास सभी के लिए न्याय का एक मानक है।” डोनाल्ड ट्रंप की कंपनियों का टैक्स फ्रॉड में दोषी पाया जाना ट्रंप के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि उन्होंने पिछले महीने ही 2024 राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदारी पेश की है और चूंकी पार्टी के अंदर भी कुछ और राष्ट्रपति पद के दावेदार हैं, लिहाजा ट्रंप के लिए अपने आप को एक ईमानदार उम्मीदर साबित करना मुश्कल होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने टैक्स फ्रॉड पर क्या कहा?
वहीं, डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बयान में कहा है कि, “यह मामला अभूतपूर्व है और दोनों कॉर्पोरेशन में कोई भी मौद्रिक लाभ शामिल नहीं है।” उन्होंने कहा कि, “न्यूयॉर्क शहर ‘ट्रम्प’ बनना काफी कठिन है।” डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में खुद को ‘पीड़ित’ ठहराने की कोशिश की है और उन्होंने दिखाने की कोशिश की है, कि उनके खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं और डोनाल्ड ट्रंप की राजनीति ऐसी ही रही है। लेकिन, ज्यूरी मेंबर्स का ये फैसला डोनाल्ड ट्रंप को एक नये कानूनी संकट में धकेल रहा है, जो पहले से ही कई मामलों में फंसे हुए हैं। दो महीने पहले डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो घर में छापा मारा गया था और भारी संख्या में सीक्रेट दस्तावेज जमा किए थे, इसके लिए भी ट्रंप के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।