नई दिल्ली। इजरायल के फिल्म डायरेक्टर नदाव लपिड ने गुरुवार को ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है। नदाव ने भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में विवेक अग्निहोत्री की डायरेक्ट की हुई फिल्म की तीखी शब्दों में आलोचना की थी, जिसके बाद से ही काफी विवाद शुरू हो गया था। भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के जज पैनेल के प्रमुख लपिड ने फिल्म को प्रोपेगेंडा और अश्लील बताया था।
सीएनएन-न्यूज 18 से की गई खास बातचीत के दौरान फिल्ममेकर नदाव लपिड ने अनजाने में किसी भी समुदाय को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी है। फिल्ममेकर ने इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘मैं किसी का अपमान नहीं करना चाहता था और मेरा उद्देश्य कभी भी लोगों के उन रिश्तेदारों का अपमान करने का नहीं था, जो इस दर्द से गुजरे हैं। अगर वह भी पिक्चर को इसी तरह से लेते हैं, तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं’।
वहीं हिंदुस्तान टाइम्स से खास बातचीत के दौरान नदाव लपिड के माफी मांगने पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, ‘मुझे इस चीज की कोई परवाह नहीं है कि उन्होंने क्या कहा है। मेरे लिए बात खत्म हो गई। सच में, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता वह क्या कहते हैं, क्या नहीं कहते हैं’।
इससे पहले भारत में इजरायल दूत ने अपने हमवतन की आलोचना करते हुए कहा कि नदाव लपिड ने IFFI की जूरी की अध्यक्षता करने के लिए भारत के निमंत्रण का गलत इस्तेमाल किया था। राजदूत नोर गिलोन ने ट्वीट किया, “भारतीय संस्कृति में कहा जाता है कि अतिथि भगवान के समान होता है। आपने IFFI गोवा में जजों के पैनल की अध्यक्षता करने के लिए भारतीय निमंत्रण के साथ-साथ उस भरोसे, सम्मान और आतिथ्य का सबसे खराब तरीके से दुरुपयोग किया है, जो उन्होंने आपको दिया है।”
आपको बता दें कि फेस्टिवल में दिखाई गई 14 फिल्मों की इजरायली फिल्ममेकर ने तारीफ की, लेकिन 15वीं फिल्म यानी द कश्मीर फाइल्स को ‘वल्गर प्रोपेगेंडा’ बताते हुए फिल्ममेकर ने कहा कि इस फिल्म को प्रतिष्ठित फिल्म समारोह में कलात्मक प्रतियोगिता में शामिल करना बिल्कुल ही अनुचित बताया था। नदाव लपिड के इस बयान की इजरायल की एंबेसी ने भी निंदा की थी।
Discussion about this post