दिल्ली। दिल्ली एमसीडी चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है। बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के अलावा AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी मैदान में उतर गए हैं। ओवैसी ने रविवार को अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करने के लिए ‘छोटा रिचार्ज’ शब्द का इस्तेमाल किया और आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मुसलमानों को बदनाम किया और वह नरेंद्र मोदी के सभी रिकॉर्ड को तोड़ना चाहते हैं।
4 दिसंबर को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में सीलमपुर से AIMIM के प्रत्याशी का प्रचार करते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान केजरीवाल गायब हो गए थे, जबकि वह संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ शाहीनबाग में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बोले थे। उन्होंने कहा ‘कोरोना के दौरान केजरीवाल ने मुसलमानों को बदनाम किया और कहा कि कोरोना अगर कोरोना बढ़ा तो उसकी जिम्मेदारी तब्लीगी जमात की होगी।
ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस को आपने वोट दिया, आपने उसके बाद आम आदमी पार्टी को वोट दिया। लेकिन किसी ने कोई काम नहीं किया। ना स्कूल बनाया, ना साफ सफाई हुई। दिल्ली में करीब 12 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं, जिसके चलते हर आठवां वोटर मुसलमान है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 8 विधानसभा और नगर निगम की 250 में से करीब 50 सीटों पर मुस्लिम मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख ने केजरीवाल और ‘आप’ पर निशाना साधने के लिए ‘छोटा रिचार्ज’ शब्द का इस्तेमाल किया। ओवैसी ने कहा कि उन्होंने मुस्लिमों से संबंधित हर बड़े मुद्दे पर बात की, जिसमें तीन तलाक, सीएए, गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, अखलाक खान और पहलू खान की हत्या और समान नागरिक संहिता शामिल हैं। सांसद ने कहा, “केजरीवाल से समान नागरिक संहिता, तीन तलाक, बिलकिस बानो और बुर्का पर उनके विचारों के बारे में पूछें। मैं आपसे उन लोगों के पक्ष में रहने के लिए कहता हूं, जो आपके लिए लड़ते हैं। अगर आप उन्हें चुनते हैं, जो चुप रहते हैं, तो वे आपको हमेशा के लिए चुप करा देंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि कोई भी पार्टी मुसलमानों, दलितों और आदिवासियों की भलाई के लिए काम नहीं करना चाहती।
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