कानपुर। यूपी के कानपुर में नौबस्ता की एक किशोरी को निकाह न करने पर आरोपी मोहम्मद फैज ने दिल्ली की श्रद्धा की तरह टुकड़े टुकड़े करके फैंकने की धमकी दी है। शिकायत पर शनिवार रात जब पुलिस आरोपी को पकड़ने गई तो उसके घरवालों ने मोहल्ले वालों के साथ मिलकर हंगामा किया और पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस फिर भी आरोपी को दबोचकर ले आई थी।
किदवई नगर वाई-वन ब्लॉक में एक कारोबारी रहते हैं। उनकी नाबालिग बेटी इंटर की छात्रा है। उन्होंने 16 अक्टूबर को नौबस्ता थाने में चमनगंज गांधी पार्क निवासी मो. फैज के खिलाफ छेड़खानी की FIR दर्ज कराई थी। आरोप था कि चमनगंज निवासी मो. फैज बेटी को घर और स्कूल से आते-जाते पीछा करता है। आरोपी ने धमकी दी है कि निकाह तो मैं तुमसे ही करूंगा चाहे पूरे परिवार को गोली क्यों न मारनी पड़े। श्रद्धा की तरह 35 टुकड़े करके जंगल में फेंक दूंगा। पुलिस ने FIR तो दर्ज कर ली लेकिन फैज पकड़ में नहीं आ रहा था, फैज बार-बार मोबाइल नंबर बदल रहा था। इससे फैज के हौसले और बुलंद हो गए। वो लड़की के घर तक पहुंच गया। छात्रा के भाई ने विरोध किया तो उसे घर से खींचकर पीट दिया। इससे पूरा परिवार दहशत में आ गया। इसके बाद परिजनों ने 25 नवंबर को नौबस्ता थाने में मो. फैज के खिलाफ दोबारा FIR दर्ज कराई।
शुक्रवार को फैज अपने हाथ की नस काटकर किशोरी के घर पहुंचा। यहां जमकर हंगामा करने के बाद किशोरी के निकाह न करने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। शनिवार को उसकी लोकेशन चमनगंज गांधी पार्क में मिल गई। नौबस्ता थाने की पुलिस ने मोहम्मद फैज को पकड़ने के लिए घेराबंदी करके छापा मारा। इस दौरान पुलिस को परिजनों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। फैज को दबोचते ही परिजन पुलिस से भिड़ गए और घेर लिया। आरोपी को छुड़ाने का प्रयास किया। सूचना पर चमनगंज, बेकनगंज समेत कई थाने का फोर्स पहुंचा और कड़ी मशक्कत से आरोपी मोहम्मद फैज को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
नौबस्ता थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी मो. फैज आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसके खिलाफ 3 मुकदमें दर्ज हैं। इससे पहले भी वह मारपीट के मामले में जेल जा चुका है। नाबालिग छात्रा के संपर्क में आने के बाद वह जबरन धर्मांतरण कराकर नाबालिग से निकाह करना चाहता था। विरोध करने पर उसने छात्रा और परिवार को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
अजमेर में हुई थी मुलाकात
नौबस्ता निवासी पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी 17 वर्षीय बेटी दो साल से लगातार बीमार चल रही थी। इस बीच किसी ने अजमेर शरीफ जाने की सलाह दी। अगस्त 2021 में उनकी पत्नी बेटी को लेकर वहां गई। फैज से यहीं दोनों की मुलाकात हुई और उसने बेटी का नंबर ले लिया। साथ में कुछ फोटो भी खिंचवा ली। बाद में वह इन फोटो के माध्यम से बेटी को ब्लैकमेल करने लगा। उसे फोन कर समझाने का प्रयास किया गया तो वह धमकाने लगा।
Discussion about this post