अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 1 दिसंबर को वोटिंग है और इस वक्त वहां प्रचार-प्रसार अपने चरम पर है लेकिन इसी बीच चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे नेताओं की कुंडली सामने आई है जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी ADR ने गुजरात चुनाव में खड़े उम्मीदवारों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
गुजरात में पहले चरण में 89 सीटों पर कुल 788 उम्मीदवारों में से 167 उम्मीदवार ऐसे है जो आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं इनमें सबसे ज्यादा 32 उम्मीदवार उस आम आदमी पार्टी (AAP) के हैं जो राजनीति में ईमानदारी का दंभ भरते हैं। आम आदमी पार्टी के 32 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामने कर रहे हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के 31 उम्मीदवार हैं जबकि आपराधिक छवि वाले 14 उम्मीदवारों के साथ तीसरे नंबर पर बीजेपी है।
100 उम्मीदवारों पर रेप और हत्या जैसे गंभीर मामले
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 167 दागी उम्मीदवारों में से 100 उम्मीदवारों पर तो हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही कुल उम्मीदवारों में 21 फीसदी पर आपराधिक मामले हैं, जबकि 13 फीसदी पर गंभीर आरोप हैं। पहले चरण के तहत, AAP कुल 89 में से 88 सीट पर चुनाव लड़ रही है और वह इस सूची में सबसे ऊपर है जिसके 36% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। बीजेपी भी पहले चरण के चुनाव में सभी सीट पर चुनाव लड़ रही है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी ने आपराधिक अतीत वाले 14 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। प्रतिशत के लिहाज से यह संख्या 16% है।
क्या कहती है ADR रिपोर्ट
भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) पहले चरण में 14 सीट पर चुनाव लड़ रही है और उसके चार उम्मीदवारों (29%) के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। उसके सात प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2017 के विधानसभा चुनावों में, पहले चरण के 15% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले थे, जबकि 8% उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले थे। गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों में जनक तलविया (बीजेपी), वसंत पटेल (कांग्रेस), अमरदास देसानी (स्वतंत्र) शामिल हैं। आपराधिक रिकॉर्ड वाले अन्य उम्मीदवारों में बीजेपी के पुरुषोत्तम सोलंकी, कांग्रेस के गनीबेन ठाकोर और जिग्नेश मेवानी, आप के गोपाल इटालिया और अल्पेश कठेरिया शामिल हैं।
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