गाजियाबाद: अगवा 11 साल की बच्ची का मिला शव, परिजनों से मांगी थी 30 लाख की फिरौती

गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र से रविवार को अगवा की गई 11 साल की बच्ची खुशी की हत्या कर दी गई। पुलिस ने बुलंदशहर से बच्ची का शव बरामद किया है। दो दिन पहले छात्रा के पिता से फोन पर 30 लाख रुपए फिरौती मांगी गई थी।

11 वर्षीय खुशी अपने नाना-नानी बिजेंद्र और शांति देवी के पास नंदग्राम थाना क्षेत्र स्थित नई बस्ती कॉलोनी में रहती थी। रविवार सुबह नाना-नानी चारा लेने के लिए चले गए। वापस आए तो घर में खुशी मौजूद नहीं थी। उसी दिन दोपहर में खुशी के पिता सोनू पर अज्ञात नंबर से कॉल आई और बेटी की रिहाई के बदले 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पुलिस ने इस मामले में पांच टीमें गठित की थीं।

मंगलवार शाम को इस बच्ची का शव बुलंदशहर जिले में कोतवाली देहात थाना क्षेत्र स्थित सराय छबीला के जंगलों में गन्ने के खेत से बरामद हो गया। बच्ची को गला दबाकर मारा गया था। पुलिस ने इस मामले में बच्ची के पड़ोस में रहने वाले बबलू और उसके दोस्त विपिन को गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ कि बबलू ने मेला दिखाने के बहाने बच्ची को किडनेप किया। फिर वो उसको लेकर विपिन के घर पहुंचा। पुलिस जब विपिन के घर पहुंची तो उसकी पत्नी ने बच्ची को घर पर लाने की पुष्टि की।

मां ने की थी दूसरी शादी
सोनीपत के गांव टोकी मनोली के रहने वाले मोन सिंह की शादी वर्ष 2009 में गाजियाबाद के नई बस्ती में रहने वाली ममता से हुई थी, जिनसे उनकी दो संतान खुशी और विवेक हैं। मोन सिंह की जून 2015 में सड़क हादसे में मृत्यु के बाद ममता की शादी उसके देवर सोनू से कर दी गई। दोनों से एक बेटा अर्जुन है। सोनू के पास खुद की क्रेन है, जिसे वह चलाता है।

Exit mobile version