भूकंप से हिल गया इंडोनेशिया, अब तक 162 लोगों की मौत

जकार्ता। इंडोनेशिया के मुख्य आईलैंड जावा में सोमवार को आए भूकंप में 162 की मौत हुई और 700 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया में भूकंप से हुई मौतों पर मंगलवार को शोक जताया और कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत वहां के लोगों के साथ खड़ा है।

भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत के एक पहाड़ी क्षेत्र में सियानजुर शहर के करीब था।सोमवार दोपहर भूकंप के झटके से लोग घबरा गए और घरों से निकलकर सड़कों पर भागने के लिए मजबूर हो गए। सियांजुर क्षेत्रीय अस्पताल में उपचाराधीन श्रमिक हसन ने कहा, ‘‘ भूकंप बेहद जबरदस्त था और मैं बेहोश हो गया था। मैंने देखा कि मेरे साथी इमारत से बाहर भाग रहे हैं लेकिन मुझे निकलने में देरी हो गई और मैं दीवार से टकरा गया।’’

भीड़भाड़ वाले अस्पताल के पार्किंग क्षेत्र में इलाज करवा रहे 48 वर्षीय कुकू ने न्यूज एजेंसी रायटर को बताया कि अचानक झटके में इमारत गिरी और सब कुछ ढह गया। मैं कुचल गया। मेरे दो बच्चे बच गए, मैंने किसी तरह दोनों को निकाला और अस्पताल लेकर आ गया। एक अभी भी लापता है, कुकू की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे।

सियांजुर के प्रशासनिक चीफ हरमन सुहेरमान ने कहा, “मलबा गिरने की वजह से ज्यादातर लोग घायल हुए हैं। पास ही एक गांव हैं, जहां से लगातार एंबुलेंस में घायल अस्पताल पहुंचाए जा रहे हैं। इस गांव में कई ऐसे परिवार थे, जिन्हें हटाया नहीं गया था। कई घायलों का इलाज अस्पताल के बाहर कार पार्किंग और सड़कों पर चल रहा है। भूकंप के बाद कई घंटों तक अस्पतालों में बिजली नहीं थी। भूकंप प्रभावित इलाकों में इलेक्ट्रिसिटी बहाल करने में 3 दिन का वक्त लगेगा। रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है।”

इंडोनेशिया की आबादी 27 करोड़ से अधिक है और यह भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट तथा सुनामी से अक्सर प्रभावित होता रहता है। इस साल फरवरी में, पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और 460 से अधिक घायल हो हुए थे। जनवरी 2021 में, पश्चिम सुलावेसी प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6,500 लोग घायल हो गए थे।

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