दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को मसाज देने के मामले में नया खुलासा हुआ है। सत्येंद्र जैन की जेल में मसाज करने वाला कोई फिजियोथेरेपिस्ट नहीं, बल्कि दुष्कर्म के आरोप में कैद रिंकू है।
शनिवार को तिहाड़ जेल में बंद सत्येंद्र जैन की बैरक का एक सीसीटीवी फुटेज वायरल होने से हड़कंप मच गया था। वायरल फुटेज में सत्येंद्र जैन को अपने सेल के अंदर मालिश कराते हुए देखा गया था। जेल की सेल में एक अज्ञात शख्स मंत्री सत्येंद्र जैन के पैर और शरीर की मालिश करते हुए दिखाई दे रहा था। जिसके बाद भाजपा समेत विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला था और जैन को मंत्री पद से हटाने की मांग की थी जबकि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जैन का बचाव किया था और कहा था कि सत्येंद्र जैन की रीढ़ की हड्डी में चोट लगी है।जिस वजह से वह ‘फिजियोथेरेपी’ करा रहे थे। उन्होंने साथ ही भाजपा पर सीसीटीवी फुटेज लीक कराकर जैन के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर ‘ओछी’ राजनीति करने का आरोप लगाया था।
वहीं अब पता चला है कि जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन की मालिश करने वाला मालिशिया कैदी रिंकू है। वह एक बलात्कार के मामले में कैदी है, जिस पर POCSO अधिनियम की धारा 6 और IPC की धारा 376, 506 और 509 का आरोप लगाया गया है। वह फिजियोथेरेपिस्ट नहीं है।
तिहाड़ जेल को AAP ने थाईलैंड बना दिया- बीजेपी
जैन का मालिश वाला वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने AAP सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली लंदन तो बनी नहीं लेकिन तिहाड़ जेल को जरूर आप सरकार ने थाइलैंड बना दिया है। ये फिजियोथेरेपी नहीं करप्शन थेरेपी है। तीन दिन पहले ही जब जेल में सत्येंद्र जैन के मसाज का वीडियो सामने आया था तो दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था कि डॉक्टरों की सलाह पर जेल में सत्येंद्र जैन को फिजियो थिरैपी दी जा रही है।
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को 30 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। सत्येंद्र जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मुकदमा दर्ज है। इससे पहले, अप्रैल महीने में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 के तहत जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क की थीं। इसमें अकिंचन डेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य कंपनियों की संपत्तियां शामिल थीं।
जैन पर कथित आरोप हैं कि उन्होंने दिल्ली में कई शेल कंपनियों को लॉन्च किया या खरीदा था। उन्होंने कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटरों की 54 शेल कंपनियों के माध्यम से 16.39 करोड़ रुपये के काले धन को भी सफेद किया था। जैन के पास प्रयास, इंडो और अकिंचन नाम की कंपनियों में बड़ी संख्या में शेयर थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2015 में केजरीवाल सरकार में मंत्री बनने के बाद जैन के सभी शेयर उनकी पत्नी के नाम कर दिए गए थे। मामला सामने आने पर गिरफ्तारी के बाद जब ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के कागजात दिखाकर जैन से सवाल पूछे तो उन्होंने कोरोना के कारण याददाश्त चले जाने का दावा कर दिया था।