चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के एक छात्र को टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में एमए का छात्र है।
छात्र अर्शदीप के मूल रूप से पंजाब के भवानीगढ़ जिला संगरूर का रहने वाला है। आरोपित को स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल (एसएसओसी) ने गिरफ्तार किया है। एसएसओसी की टीम ने आरोपित युवक को सीक्रेट इंफार्मेशन पर चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है। आरोपित अर्शदीप विदेश में बैठे लखबीर सिंह लंडा और लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ का साथी है।
इसके अलावा विदेश में बैठे आइएसआइ के गुर्गे पीयू स्टूडेंट अर्शदीप के बैंक खाते में रुपये भेज रहे थे। आरोपित की गिरफ्तारी उसके बैंक अकाउंट डिटेल के आधार पर हुई है। आरोपित को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। आरोपित को दुबई,अमेरिका, फिलीपींस, इटली और मलेशिया में रह रहे पंजाब के मूल निवासी आइएसआइ के लिए फंडिंग और हथियारों की सप्लाई करने का काम करने वाले स्लीपर सेल के जरिए टेरर फंडिंग की जा रही थी।
एसएसओसी इसके बैंक खातों की जांच करेगी। यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि अब तक कितनी फंडिंग इसके अकाउंट में हुई है। उस फंडिंग को इसने कहां इस्तेमाल किया है। ये भी पता चला है कि ये काफी लंबे समय से गोल्डी बराड़ व लखबीर लंडा के संपर्क में था। लखबीर लंडा मोहाली में पंजाब खुफिया विभाग के दफ्तर पर आरपीजी फायर करवाने का मुख्य आरोपित है।
वहीं गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के साथी गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठा हुआ है, जो वहीं से पंजाब में अपनी गैंग चला रहा है। गोल्डी बराड़ पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड में भी शामिल है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी और इसे विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या का बदला बताया था।
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