नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया को खबरों की संवेदनशीलता के प्रति जिम्मेदारी उठाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, मीडिया को ध्यान खींचने वाले या आकर्षक सुर्खियों और फर्जी खबरों के प्रति सचेत रहना होगा।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित समारोह में कहा कि मीडिया को जिम्मेदार, निष्पक्ष और संतुलित पत्रकारिता का स्थान किसी दूसरे के लिए खाली नहीं छोड़ना चाहिए। कार्यक्रम में ठाकुर ने मीडिया से आग्रह किया कि वे आत्मचिंतन करें कि खुद को सूचनाओं की अधिकता के वायरस से किस प्रकार बचा सकते हैं, जो दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, यह खेदजनक है कि हाल ही में प्रमुख डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म को सरकार को निशाना बनाने के लिए दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार में शामिल पाया गया। उनके मुताबिक, यह इसलिए भी दुखद है कि ऐसा करते समय ध्यान नहीं दिया गया कि इसका भारत की छवि और राष्ट्र की प्रतिष्ठा पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मीडिया की विश्वसनीयता ही होगी कम
प्रसारण मंत्री ने कहा, स्व-नियमन का मतलब यह नहीं है कि गलती करने का लाइसेंस मिल गया। इससे मीडिया की ही विश्वसनीयता कम होती है। पेड न्यूज और फर्जी समाचार को रेखांकित करते हुए पूछा कि क्या संपादकीय सामग्री और विज्ञापन के रूप में खबर के बीच अंतर का समाप्त होना मीडिया के लिए अच्छा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई ने की। वहीं वरिष्ठ पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
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