कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पर अपने मंत्री की अभद्र टिप्पणी पर माफी मांगी है। ममता ने कहा कि अखिल गिरि ने अनुचित काम किया है। तृणमूल कांग्रेस इसकी निंदा करती है। पार्टी की ओर से उन्हें सावधान किया गया है। अपने मंत्री की टिप्पणी के लिए वह माफी मांगती हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि वो तृणमूल की तरफ से खेद जता रही हैं। इसके लिए उन्हें दुख है। जो कुछ हुआ वो नहीं होना चाहिए था। सीएम ममता बनर्जी ने इस मामले में चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वो अपने मंत्री के बयान की निंदा करती हैं और इसके लिए वो माफी मांगती हैं। अगर भविष्य में उन्होंने कोई ऐसा बयान दोबारा दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और बीजेपी के खिलाफ हमला भी बोला है। ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने डिक्शनरी के बाहर किसी शब्द का प्रयोग नहीं किया है। अगर मैं कभी भी कोई बुरा शब्द बोलती हूं, तो मैं उसे तुरंत वापस ले लेती हूं और निश्चित रूप से हमारे पास वह अधिकार है।
इसके पहले शुक्रवार (11 नवंबर) को पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरी ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में एक रैली के दौरान कहा था कि बीजेपी ने कहा मैं अच्छा नहीं दिखता हूं। हम किसी को उसकी सुंदरता से नहीं आंकते हैं हम राष्ट्रपति पद का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी राष्ट्रपति जी कैसी दिखती हैं? हालांकि बाद में चौतरफा हमलों के बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए ये भी कहा था कि उनका बयान राष्ट्रपति का अनादर करने का नहीं था। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली थी।
बीजेपी ने बोला हमला कहा- हो गिरफ्तारी
टीएमसी नेता अखिल गिरी के राष्ट्रपति पर विवादित बयान को लेकर बीजेपी ने जमकर हमला बोला था। बीजेपी ने कहा कि अखिल गिरी की टिप्पणी देश के आदिवासी समुदाय को लेकर उनकी विरोधी मानसिकता को प्रदर्शित कर रही है। आपको बता दें कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं। पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अखिल गिरि के इस बयान के बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की थी।
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