मैनपुरी। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट डिंपल यादव सोमवार को पति अखिलेश यादव के साथ कलेक्ट्रेट पर नामांकन करने पहुंचेंगी। नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे।
समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है। 11 नवंबर को सपा जिला अध्यक्ष आलोक शाक्य ने डिंपल यादव के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचकर चार सेटों में नामांकन पत्र खरीदा था। सोमवार को डिंपल यादव पति अखिलेश यादव के साथ मैनपुरी कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन कक्ष में नामांकन दाखिल करने पहुंचेंगी। उनके साथ सपा जिला अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
डिंपल यादव दोपहर एक से दो बजे के बीच वे नामांकन दाखिल करेंगीं। नामांकन को देखते हुए कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कराने के आदेश प्रशासन ने दिए हैं। डिंपल यादव पूर्व में फिरोजाबाद और कन्नौज से भी लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। वहीं अब वे मैनपुरी से चुनावी मैदान में हैं।
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद चुने गए थे। बीते 10 अक्तूबर को उनके निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हो गई है। इस पर पांच नवंबर को चुनाव आयोग ने उप चुनाव की घोषणा कर दी थी। उप चुनाव के लिए जारी अधिसूचना के अनुसार 10 नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मैनपुरी लोकसभा सीट 1996 से सपा के पास है। पांच बार मुलायम सिंह यादव और दो बार बलराम सिंह यादव यहां से चुनाव जीत चुके हैं। उप चुनाव जीतना सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। अखिलेश यादव इसी को ध्यान में रख कर राजनीतिक समीकरण बैठाने में जुटे हैं। ऐसा माना जा रहा था कि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के अलावा तेजप्रताप यादव और धर्मेंद्र यादव में से किसी को मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। एक तरफ शिवपाल यादव भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे थे। सपा ने एक दिन पहले ही आलोक शाक्य को मैनपुरी का नया जिला अध्यक्ष बनाया था।
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