गाजियाबाद। सिहानी गेट थाना क्षेत्र में आठवीं के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि टीचर ने फीस जमा नहीं होने पर बच्चे को डांट कर घर वापस भेज दिया था। घटना से गुस्साए स्वजन व स्थानीय लोगों ने स्कूल पर पहुंचकर हंगामा किया और शिक्षकों समेत अन्य कर्मचारियों से मारपीट का प्रयास किया।
क्षेत्र के शिब्बनपुरा में रहने वाले हीरालाल दूध की डेरी चलाते हैं। उनके तीन बच्चे हैं। तीनों बच्चे बड़ा बेटा प्रिंस (15) दूसरा अनुज और बेटी प्रिया पटेल मार्ग के पब्लिक हैप्पी माडल स्कूल में पढ़ते थे। प्रिंस आठवीं कक्षा में जबकि अनुज प्रथम और प्रिया तीसरी कक्षा की छात्रा है। गुरुवार दोपहर स्कूल के बाद प्रिंस घर पहुंचा। उसने परिजनों को बताया कि टीचर ने फीस न लाने पर उसको डांटा था। कुछ ही देर में वो कमरे में चला गया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
कुछ देर बाद जब मां मनवीरी घर पहुंचीं तो प्रिंस को फंदे से लटका देखा। बच्चे की मौत के बाद स्वजन और मोहल्ले के लोगों ने स्कूल में जाकर हंगामा किया और शिक्षकों व कर्मचारियों को घेर लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें बचाया। वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि दो बच्चों के बीच झगड़े के बाद मृतक बच्चे को स्वजन को बुलाने घर भेजा था।
मृतक छात्र के पिता का कहना है कि वे पशुओं का दूध बेचकर परिवार का गुजारा करते हैं। पिछले साल उन्होंने तीनों बच्चों की एक साल की फीस एक साथ जमा कर दी थी। इस वर्ष आर्थिक तंगी के कारण वह फीस जमा नहीं कर पाए थे। स्कूल प्रबंधन से कुछ दिनों बाद फीस जमा कर देने के लिए कहा था, इसके बावजूद भी उनके बच्चों को प्रताड़ित किया जा रहा था।
हीरालाल ने स्कूल की कार्डिनेटर कुसुम व क्लास टीचर सुनिधि के खिलाफ तहरीर दी है। परिजनों के रोष को देखते हुए पुलिस स्कूल शिक्षक कुसुम को थाने ले गई। सिहानी गेट थाना प्रभारी नरेश कुमार शर्मा ने बताया कि परिजनों से तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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