मैनपुरी। समाजवादी पार्टी ने लोकसभा क्षेत्र मैनपुरी उपचुनाव 2022 के लिए अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को प्रत्याशी घोषित किया है। समाजवादी पार्टी की तरफ से गुरुवार को इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हुई थी।
मैनपुरी लोकसभा सीट 1996 से सपा के पास है। पांच बार मुलायम सिंह यादव और दो बार बलराम सिंह यादव यहां से चुनाव जीत चुके हैं। उप चुनाव जीतना सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। अखिलेश यादव इसी को ध्यान में रख कर राजनीतिक समीकरण बैठाने में जुटे हैं। ऐसा माना जा रहा था कि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के अलावा तेजप्रताप यादव और धर्मेंद्र यादव में से किसी को मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। एक तरफ शिवपाल यादव भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे थे। सपा ने एक दिन पहले ही आलोक शाक्य को मैनपुरी का नया जिला अध्यक्ष बनाया था।
44 वर्षीय डिंपल यादव ने अपना पहला चुनाव 2009 में फिरोजाबाद सीट से लड़ा था। इस उपचुनाव में डिंपल यादव को मशहूर अभिनेता राज बब्बर को हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2012 में कन्नौज लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में डिंपल यादव निर्विरोध जीत गई थीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी डिंपल यादव ने कन्नौज से चुनाव जीता, लेकिन 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
डिंपल को टिकट देना सरप्राइज करने वाला फैसला इसलिए भी रहा क्योंकि अखिलेश यादव ने करीब 5 साल पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पत्नी अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। अखिलेश ने इसे खुद डिंपल यादव का फैसला बताते हुए यह बात कही थी।
आज शुरू हुआ नामांकन
लोकसभा उपचुनाव के लिए आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई। 10 नवंबर से ये नामांकन प्रक्रिया 17 नवंबर तक चलेगी। नामांकन के दौरान कोई समस्या न हो, शांति व्यवस्था बनी रहे इसके लिए जिला प्रशासन देर रात तक तैयारियां करता रहा। डीएम, एसपी ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ संयुक्त और अलग-अलग बैठकें की है। कलक्ट्रेट को सील कर दिया गया है। प्रत्याशी और उनके प्रस्तावक ही प्रवेश कर पाएंगे।
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