अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसके तहत 160 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसका एलान किया। मोरबी पुल हादसे के वक्त कांतिलाल लोगों की जान बचाने के लिए मच्छू नदी में कूदे थे। उन्होंने जल्द रेस्क्यू के लिए वीडियो भी पोस्ट किया था। क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रीवाबा को जामनगर उत्तर से टिकट दिया गया है।
दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में गुजरात प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने सूची जारी की। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल भी मौजूद रहे। बीजेपी की पहली सूची में जिन बड़े चेहरों को टिकट मिली हैं। उनमें किरीट सिंह राणा और कुंवर जी बाबरिया का नाम शामिल हैं। तो वहीं जामनगर नार्थ से टीम इंडिया के खिलाड़ी और मशहूर क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को टिकट मिला है। तो वहीं राजकोट की चर्चित गोंडल सीट से गीताबा जडेजा को टिकट मिला है, गीताबा पूर्व विधायक जयराज सिंह जडेजा की पत्नी हैं। गोंडल में लंबे समय से टिकट को लेकर खींचतान चल रही थी। तो वहीं मोरबी हादसे की गाज स्थानीय विधायक और मंत्री बृजेश मेरजा पर गिरी है। पार्टी ने मेरजा का टिकट काटकर पार्टी के पूर्व विधायक कांतिलाल मृतिया को टिकट दिया है। अमृतिया पहले कई बार विधायक रहे चुके हैं।
बहन का साथ देंगे जडेजा या पत्नी का करेंगे सपोर्ट
क्रिकेटर रविंद्र जडेजा के परिवार के बीच सियासी जंग देखने को मिल सकती है। एक तरफ भाजपा से उनकी पत्नी रिवाबा जडेजा को मैदान में उतार दिया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस से उनकी बहन नैना मुकाबले में आ सकती हैं। रिवाबा ने 2019 के आम चुनाव से पहले भाजपा जॉइन की थी और उसके कुछ बाद ही रविंद्र की बहन नैना ने भी कांग्रेस जॉइन की थी। जामनगर में रविंद्र जडेजा की बहन नैना की अच्छी साख है। वह जिले की महिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं और काफी ऐक्टिव रहती हैं। रविंद्र जडेजा की बहन के अलावा उनके पिता अनिरुद्ध सिंह जडेजा भी कांग्रेस में ही हैं।
इन मंत्रियों ने किया चुनाव नहीं लड़ने का एलान
बता दें कि गुजरात सरकार के कई मंत्रियों ने चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया है। इनमें नितिन पटेल, विजय रुपाणी सरकार के मंत्री मंडल में शिक्षा और राजस्व मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह चुडासमा, गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जडेजा, ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल शामिल हैं। वहीं, भावनगर से विधायक और रुपाणी सरकार में मंत्री रहे विभावरी बेन दवे, मंत्री कौशिक पटेल, वल्लभ काकड़िया और योगेश पटेल ने भी चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया है।
बता दें गुजरात में विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 182 है। 2017 के चुनाव में बीजेपी को 99 और कांग्रेस को 77 सीटें हासिल हुई थीं। दो सीटों पर बीटीपी के उम्मीदवार जीते और तीन सीटें निर्दलीयों को मिली थीं। गुजरात में पिछले 27 सालों से बीजेपी सत्ता में है। बीजेपी-कांग्रेस के चुनावी समर वाले राज्य में पहली बार आम आदमी पार्टी संगठन बनाकर चुनाव लड़ रही है।गुजरात विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 92 सीटों का है।