गाजियाबाद। क्रासिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंग्टन सोसायटी में महिला व बच्चे को कुत्तों के काटने की घटना के विरोध में बुधवार देर शाम सोसायटी में लोगों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने सोसायटी गेट पर पहुंचकर आवाजाही बंद करा दी। वाहनों के आवागमन समेत डिलीवरी ब्वाय के आने पर भी रोक लगा दी। लोगों ने मांग कि स्ट्रीट डॉग्स से उन्हें निजात दिलाई जाए और सोसाइटी में रहने वाले पेट लवर्स पर कठोर एक्शन लिया जाए।
सोसाइटी के टॉवर-1 में पांचवें फ्लोर पर अभिषेक परिवार सहित रहते हैं। उनकी पत्नी अपने बेटे अथर्व के साथ मंगलवार रात कंपाउंड में घूम रही थीं। इस दौरान वो गलती से लिफ्ट में चला गया और लिफ्ट बेसमेंट में पहुंच गई। गेट पर ही कई आवारा कुत्ते खड़े थे। उन्होंने अथर्व पर हमला बोल दिया। चीख पुकार सुनकर कार पार्क करने आए कई रेजिडेंट्स वहां पहुंचे और बच्चे को छुड़ाया। दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में बच्चे का इलाज चल रहा है। कुछ ही देर में आवारा कुत्तों ने कीर्ति मिश्रा नामक महिला पर हमला करके उन्हें भी चोटिल कर दिया।
घटना के बाद बुधवार को कुत्तों को खाना खिलाने वाली एक महिला का आडियो वायरल हुआ। इसमें वह घायल बच्चे की मां व अन्य रेजिडेंट्स के लिए अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर रही है। पंचशील वेलिंग्टन सोसायटी के रेजिडेंट्स के वाट्सएप ग्रुप में आडियो वायरल होने के बाद लोग आग बबूला हो गए।
बुधवार देर शाम काफी रेजिडेंट्स एकत्र हुए और रखरखाव करने वाले बिल्डर की एजेंसी के कर्मचारियों के पास पहुंचे। महिलाओं ने आवारा कुत्तों को सोसायटी से बाहर निकालने व इन्हें खाना डालने वालों पर कार्रवाई की मांग की लेकिन रखरखाव करने वाली एजेंसी के कर्मचारियों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर महिलाओं ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई तो वह कार्यालय छोड़कर कहीं और चले गए।
लोगों का कहना था कि बिल्डर व सोसायटी का रखरखाव करने वाली एजेंसी कुत्तों को सोसायटी से बाहर करना सुनिश्चित करे। साथ ही कुत्तों को खाना खिलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का नियम बनाए। अगर उसके बाद भी नहीं मानें तो ऐसे लोगों को भी सोसायटी से बाहर किया जाए। लोगों ने कहा कि जब स्ट्रीट डॉग का विरोध करते हैं तो पेट लवर्स उनके पक्ष में आ जाते हैं और पुलिस में शिकायत तक दर्ज करा देते हैं। इसलिए रेजिडेंट्स की मांग थी कि पेट लवर्स पर भी एक्शन हो।
कई घंटे प्रदर्शन के बाद रेजिडेंट्स नजदीकि पुलिस चौकी पर पहुंचे। यहां उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला और नगर निगम चले जाने की बात कही। इसके बाद रेजिडेंट्स पुन: सोसाइटी के बाहर लौट आए और प्रदर्शन करने लगे। ये प्रदर्शन रात 12 बजे तक भी जारी था।
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