इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को एक बार फिर चुनाव आयोग (ईसीपी) पर निशाना साधा। उन्होंने चुनाव आयोग के खिलाफ मानहानि मुकदमा करने की बात कही।
इमरान खान का कहना है कि उनके इस्लामाबाद तक के ‘लॉन्ग मार्च’ का उद्देश्य हकीकी आजादी हासिल करना है, जो कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने पर ही संभव है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सत्तर वर्षीय नेता को इस महीने ईसीपी के पांच सदस्यीय पैनल ने नेशनल असेंबली की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया था। इस पांच सदस्यीय पैनल के प्रमुख सिकंदर सुल्तान राजा थे।
पीटीआई कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए खान ने कहा, सिकंदर सुल्तान..मैं आपको अदालत में ले जाऊंगा ताकि भविष्य में आप किसी और के निर्देश पर किसी की प्रतिष्ठा को नष्ट न कर सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘तोशाखाना’ और ‘प्रतिबंधित फंडिंग’ के मामले में उनके खिलाफ फैसले देने के लिए ईसीपी को मौजूदा ‘आयातित सरकार’ द्वारा निर्देश दिए गए थे।
इमरान खान ने कहा, आप (सिकंदर सुल्तान राजा) चोरों के दोस्त हैं और आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त किसी भी उपहार को देश की डिपॉजटरी यानी तोशाखाना में रखा जाना चाहिए। खान ने पहले भी एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए घोषणा की थी कि वह राजा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
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