शोधकर्ताओं की रिपोर्ट में कहा गया है कि आठ वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चों को मंकीपॉक्स की अधिक गंभीर बीमारी के लिए उच्च जोखिम वाला समूह माना जाना चाहिए।
द पीडियाट्रिक इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, अब तक कुछ बच्चे ही मंकीपॉक्स से प्रभावित हैं, लेकिन 8 वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चों में जोखिम अधिक है। बच्चों में अब तक कम रिपोर्ट की गई दरों के बावजूद, बच्चों में मंकीपॉक्स की जटिलताओं और अन्य गंभीर परिणामों के बारे में विशेष चिंताएं हैं। स्विट्जरलैंड के फ्राइबोर्ग विश्वविद्यालय की डॉ पेट्रा जिमर्मन और मेलबर्न विश्वविद्यालय के निगेल कर्टिस ने कहा, ‘बच्चों में अस्पताल में भर्ती होने की दर और उच्च आय वाले देशों में भी मृत्यु दर में वृद्धि की सूचना है।’
मुख्य रूप से कम आय वाले देशों के आंकड़ों के आधार पर, 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को विशेष रूप से गंभीर जीवाणु संक्रमण सहित जटिलताओं का उच्च जोखिम होता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि छोटे बच्चों को भी खरोंच से संबंधित जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है और आंखों सहित शरीर के अन्य हिस्सों में संक्रमण फैल सकता है।
बता दें कि अगस्त तक, दुनिया भर में मंकीपॉक्स के लगभग 47,000 प्रयोगशाला-पुष्टि के मामले सामने आए थे। इनमें से सिर्फ 211 मामले 18 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों में थे।
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