वाराणसी। बेरोजगार युवकों और युवतियों को ठगने का ठगों ने नया तरीका अपना लिया है। सोशल मीडिया साइट पर नौकरी के विज्ञापन देने के बाद बेरोजगारो को लगातार ठगा जा रहा है। वाराणसी जिले के आदमपुर में नौकरी के नाम पर ठगी करने का एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
आदमपुर इलाके के रहे वाले अजय कुमार ने फेसबुक पर आंगनवाड़ी भर्ती के लिए एक पोस्ट देखा। पोस्ट देखने के बाद उसने अपनी भाभी को आंगनवाड़ी में भर्ती करवाने के लिए उसके बारे में जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक किया। क्लिक करने के बाद वह एक वेबसाइट पर गया। उस वेबसाइट पर आंगनवाड़ी भर्ती के बारे में कई पोस्ट पब्लिश किए गए थे। अधिक जानकारी के लिए उसने वेबसाइट में दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल किया।
अजय द्वारा बताया गया कि उक्त नंबर पर संपर्क करने के बाद सामने वाले व्यक्ति द्वारा सभी दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करने के लिए कहा गया। अजय ने अपनी भाभी के सभी दस्तावजे को उस वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। अपलोड करने के बाद उक्त नंबर द्वारा अजय को फोन आया और बोला गया कि काफी संख्या में आवेदन आए हैं और यदि आप अपने घर की महिला का चयन करवाना चाहते हैं तो 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे। अपने घर वालों से बात करने के बाद अजय ने उसके द्वारा बताए गए नंबर पर ऑनलाइन पेमेंट कर दिया।
अजय ने बताया कि रुपए लेने के बाद ठगने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया। काफी प्रयास करने के बाद भी जब उससे संपर्क नहीं हुआ तो अजय द्वारा उसे मैसेज भेजा गया। मैसेज भेजने के बाद भी सामने वाले व्यक्ति द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। ऐसे में अजय को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई है। परेशान अजय ने पहले स्थानीय पुलिस से शिकायत किया, उसके बाद साइबर थाने पहुंचकर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
वाराणसी के सारनाथ में स्थित साइबर थाने के प्रभारी विजय नारायण मिश्रा द्वारा बताया गया कि वैकेंसी को लेकर सोशल साइट्स पर दिए जाने वाले विज्ञापन के बारे में पहले पड़ताल करने के लिए पहले संबंधित विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं। नौकरी के लिए दिए गए विज्ञापन में किसी भी अनाधिकृत लिंक पर क्लिक न करें। नौकरी लगवाने के लिए यदि रुपए की डिमांड की जाए तो समझ लीजिए कि सामने वाला व्यक्ति आपके साथ ठगी कर सकता है।
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