‘मैं एसएसआई बोल रहा हूं, खाते में 40 हजार रुपये डलवा दो’….. हकीकत पता चलते ही उड़ गए होश

एटा। उत्तर प्रदेश के एटा में साइबर अपराधी ने खुद को पुलिस का एसएसआई बताकर दो लोगों के खाते से हजारों की नकदी डलवा ली। बाद में नंबर को बंद कर लिया। जानकारी होने के बाद पीड़ित के होश उड़ गए। मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

थाना मारहरा के मोहल्ला काजी निवासी मोहम्मद राशिद ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 26 अक्तूबर को साइबर अपराधी ने कॉल की और खुद को एसएसआई बताया और कहा कि उनका बेटा बीमार है लखनऊ में भर्ती है। 40 हजार रूपये खाते में डलवा दो। पीड़ित साइबर अपराधी के झांसे में आ गया और फोन पे के माध्यम से बीस हजार रुपये खाते में पड़वा लिए।

इसी तरह से इन्हीं के मोहल्ले के मोहम्मद विलाल के साथ भी साइबर अपराधी ने एसएसआई बनकर बात की। पीड़ित ने आरोपी के खाते में फोनपे के माध्यम से 4500 रूपये डाल दिए। एसएसआई ने दोनों से कहा कि वह क्राइम मीटिंग में है और बैठक खत्म होने के बाद थाना मारहरा आकर रूपये वापस दे देगा। जानकारी होने के बाद पीड़ित के होश उड़ गए। पीड़ित ने साइबर अपराधी के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।

बता दें कि कुछ दिन पहले साइबर अपराधी ने दरोगा बनकर सिपाही के पास कॉल की थी और 75 हजार रूपये पड़वा लिए थे। सिपाही को सही समय पर जानकारी हो गई थी उसके रूपये वापस हो गए थे। बताया जा रहा है कि साइबर अपराधी जिस नंबर से कॉल करता था उसकी आईइी पर दरोगा लिखकर आता था जिससे लोग समझ नहीं पाते थे और रूपय दे बैठते थे।

महिला से ओटीपी पूछकर खाते से पार किए बीस हजार
थाना मारहरा के मोहल्ला ब्राह्रमणपुरी निवासी अमित कुमार ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि 26 अक्टूबर को साइबर अपराधी ने भाभी के नंबर पर कॉल की। फीस के बहाने ओटीपी पूछकर खाते से बीस हजार रूपये पार कर दिए। जानकारी होने के बाद पीड़ित ने अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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