गाजियाबाद। टीला मोड़ थानाक्षेत्र के हर्ष विहार में चार अक्टूबर को एलईडी टीवी में हुए धमाके में घायल किशोर करण की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। किशोर दिल्ली के अस्पताल में 15 दिन से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था। धमाके में उसके मित्र ओमेंद्र की घटना वाले दिन ही मृत्यु हो गई थी। जबकि ओमेंद्र की मां का अस्पताल में इलाज जारी है।
चार अक्तूबर को एक मकान के अंदर एलईडी टीवी में ब्लास्ट के बाद ओमेंद्र और उसकी मां ओमवती व दोस्त करण बुरी तरह से घायल हो गए थे। करण अपने दोस्त से मिलने के लिए उसके घर आया था। तभी एलईडी टीवी पर गेम खेलने के दौरान अचानक धमाका हुआ और तीनों घायल हो गए थे। पूरा कमरा धुएं से भर गया था । स्थानीय लोग मदद के लिए घायलों को अस्पताल लेकर भागे। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने 16 वर्षीय ओमेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
हादसे में करण के माथे, चेहरे, दोनों पैर ओर छाती पर चोट आई थी जबकि ओमवती के पैर तथा शरीर के एक तरफ चोट आई थी। घटना के बाद से ओमवती और करण का दिल्ली के अस्तपाल में इलाज चल रहा था। जहाँ उसने बुधवार को दम तोड़ दिया।
फारेंसिक टीम ने जांच में विस्फोटक नहीं पाया था
थाना प्रभारी भुवनेश कुमार का कहना है कि घटना वाले दिन चार अक्टूबर को दमकल और फारेंसिक टीम ने मौके पर जांच की थी। धमाका एलईडी में हुआ या कोई अन्य वजह रही इसकी जांच की गई। मौके पर टीम को कोई विस्फोटक पदार्थ, रसायन या ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे हादसा हुआ हो इसलिए माना गया कि धमाका एलईडी में ही हुआ था। हादसे में एक दीवार भी ढह गई थी।
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