संभल। उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान ने लड़कियों के पर्दा को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि लड़कियां अगर बेपर्दा घूमेंगी तो आवारगी बढ़ेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पहनने पर लगा प्रतिबंध हटाने से इनकार करने वाले कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर गुरुवार को बंटा हुआ फैसला सुनाया। इसी मामले में सांसद शफीकुर्रहमान ने कहा कि हिजाब हटने से हालात बिगड़ते हैं और आवारगी बढ़ती है। हिजाब पर बैन लगता है तो न सिर्फ इस्लाम को बल्कि समाज को भी नुकसान होगा। हमें उम्मीद है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सही फैसला करेगा।
बर्क ने कहा कि कर्नाटक सरकार इस पर भले ही हिजाब पर बैन लगा रही है लेकिन यह हमारा मजहबी और इस्लाम का मामला है। इस्लाम कहता है कि हमारी बच्चियों को पर्दे में रहना चाहिए। हिजाब तो समाज की बहुत सी बुराइयों से अलग कर देता है और यही बुराइयों से बचने का रास्ता भी है। उन्होंने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार अपने हिसाब से अपने कानून में कुछ भी करें लेकिन मुसलमानों पर और इस्लाम के मानने वालों पर किसी तरह की पाबंदी न लगाए। इस मामले में आजाद छोडऩा चाहिए।
बयानों के लेकर सुर्खियों में रहते हैं सपा सांसद
इससे पहले सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर कहा था कि औलाद इंसान नहीं कुदरत पैदा करती है। बर्क ने कहा था, ‘औलाद पैदा करने का ताल्लुक इंसान से नहीं कुदरत और अल्लाह से है। अल्लाह-ताला जब किसी बच्चे को पैदा करने का इरादा करता है तो उसके साथ ही उसके खाने का इंतजाम भी करता है।”
शफीकुर्रहमान ने PFI को बताया था मुसलमानों का मसीहा
शफीकुर्रहमान ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर कहा था कि यह एक ऐस संस्था है, जिसपर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) छापेमारी कर जुल्म ढा रही है। उहोंने पीएफआई के खिलाफ हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए पूछा था कि आखिर उनका जुर्म क्या है? इतना ही नहीं, उन्होंने हाल ही में प्रतिबंधित किए गए इस संगठन को मुसलमानों का मसीहा करार दिया था।
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