दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 2020 में हुए दंगे के दौरान आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने वांछित और इनामी बदमाश मुंतजिम उर्फ मूसा को तेलंगाना से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह 2020 से फरार चल रहा था।
आरोपी की पहचान 34 वर्षीय मुंतजिम उर्फ मूसा कुरैशी के रूप में हुई है। वह पिछले छह महीने से तेलंगाना में रह रहा था। दिल्ली पुलिस ने आरोपी का पता लगाने और उसे पकड़ने के लिए स्पेशल सेल की एक टीम तेलंगाना भेजी। आरोपी गायत्री नगर, तेलंगाना की एक विशेष केमिस्ट की दुकान पर जाता था इसलिए आरोपी को पकड़ने के लिए कुछ दिनों तक वहां लगातार नजर रखी गई। इस दौरान 10 अक्टूबर को शाम लगभग 5:15 बजे आरोपी को केमिस्ट की दुकान में जाते देखा गया। जिसे तुरंत पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।
पूछताछ पर पता चला कि वो 8वीं क्लास तक पढ़ा है और पेशे से दर्जी है। वो अपहरण के एक मामले में भी जेल जा चुका है। जेल से बाहर आने के बाद वो अपने रिश्तेदार के यहां काम करने लगा, लेकिन अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने क्राइम करना फिर शुरू कर दिया।
पुलिस के मुताबिक साल 2018 में आरोपी अपनी पत्नी के साथ मुंबई गया और वहां बकरियों की खरीद-फरोख्त करने लगा। जब वह फिर से दिल्ली आया तो वह अपने दोस्तों से मिला और अंकित की हत्या की। आइबी कॉन्सटेबल अंकित शर्मा की जघन्य हत्या के मामले में मूसा कुरैशी से पहले दिल्ली पुलिस ने सलमान नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। सलमान नाम के आरोपित को पाँच नामों से जाना जाता है, जो मोमिन उर्फ सलमान उर्फ हसीन उर्फ मुल्ला उर्फ नन्हें है। सलमान से पहले अंकित शर्मा की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने तत्कालीन पार्षद ताहिर हुसैन को भी गिरफ्तार किया था। ताहिर हुसैन का नाम एफआईआर में भी दर्ज है।
पुलिस के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने शर्मा के मर्डर की साजिश रची। पुलिस के मुताबिक, हुसैन लगातार फोन पर अपने प्लान की अपडेट्स ले रहा था। फोन लोकेशन से पता चला कि शर्मा की हत्या के समय वह सामने वाले घर में ही था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से अंकित के शव पर धारदार हथियार से 51 वार किए जाने की भी बात चार्जशीट में है।
25 फरवरी की हुई थी अंकित की हत्या
अंकित शर्मा की हत्या खजूरी खास में ताहिर हुसैन के घर के पास हुई थी। भीड़ ने शर्मा की बेरहमी से हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था। शर्मा के लापता होने के एक दिन बाद 27 फरवरी को उनका शव उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांदबाग में उनके घर के नजदीक एक नाले से मिला था। पोस्टमॉर्टम में अंकित के जिस्म पर तेज धार वाले हथियार के 51 निशान मिले थे।
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