सोनीपत। सागर धनखड़ हत्याकांड में दिल्ली की एक कोर्ट ने पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार समेत 20 लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास व अन्य मामलों में आरोप तय कर दिए हैं। इन आरोपियों में दो आरोपी फरार चल रहे हैं। सभी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, दंगा, गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने व अन्य आरोप तय किए गए हैं।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शिवाजी आनंद ने शनिवार को वकीलों की दलीलें सुनने के बाद आरोपों पर आदेश सुरक्षित रख लिया। पुलिस ने इस हत्याकांड में पहलवान सुशील कुमार सहित कुल 20 लोगों को आरोपी बनाया है। अभियोजन पक्ष ने कहा कि यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि आरोपी व्यक्तियों की मंशा सागर धनखड़ की हत्या करने की थी। वहीं, दूसरी ओर, आरोपी व्यक्तियों ने कहा कि यह हत्या का मामला नहीं है, बल्कि गैर इरादतन हत्या का है, जो हत्या की श्रेणी में नहीं आता है।
गौरतलब है कि 4 मई 2021 की रात छत्रसाल स्टेडियम में सागर और सोनू की कथित तौर पर बेरहमी से पिटाई की गई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई थी और इस घटना में सोनू महाल गंभीर रूप से घायल हो गया था। सागर धनखड़ माडल टाउन स्थित फ्लैट में अपने दोस्तों के साथ रहता था, कुछ दिन पहले उसने ये फ्लैट खाली कर दिया था। ये फ्लैट पहलवान सुशील की पत्नी के नाम पर है। सागर ने इस फ्लैट को तो खाली कर दिया मगर उसका किराया नहीं दिया था। रघुबीर नाम के एक व्यक्ति ने कुछ साल पहले सागर को यह फ्लैट किराये पर दिलवाया था। उसमें सागर धनखड़ के अलावा तीन अन्य पहलवान सोनू, भक्तु व अमित रहते थे। चारों ने खाना बनाने के लिए एक घरेलू सहायक विकास नेपाली को रखा था। भक्तु व अमित को छत्रसाल स्टेडियम में भी छात्रावास मिला हुआ है। इधर, कुछ महीने पहले सोनू ने कहीं दूसरी जगह फ्लैट ले लिया था, लेकिन अक्सर सागर के फ्लैट में उसका आना-जाना था।
अप्रैल में 40 हजार रुपये किराया नहीं देने पर रघुबीर ने सागर को फ्लैट खाली कर देने को कहा। इसपर सभी फ्लैट खाली कर दूसरे फ्लैट एम 2/1 चौथी मंजिल, माडल टाउन में आकर रहने लगे। फ्लैट खाली करने के दौरान रघुबीर के किराया मांगने पर सागर और सोनू ने सुशील से बात करके उसे किराया दे देने की बात कही। रघुबीर से किराया न मिलने की जानकारी मिलते ही सुशील का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पुलिस को मिली थी जिसमें सागर की मौत की वजह उसके सिर में किसी भारी चीज से चोट लगने को बताया गया था। किसी लोहे की रॉड या लकड़ी के डंडे से बहुत तेजी से मारे जाने की वजह से सागर के सिर में गंभीर चोट आई थी, इसी वजह से उसका सिर भी फट गया था, वहां से काफी मात्रा में खून बह गया, जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया गया तब तक उसकी हालत काफी खराब हो गई थी।
सागर के शरीर के सीने और कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी सभी जगह चोट के निशान भी पाए गए हैं। पैर के नाखून से लेकर ऊपर के हिस्से तक चोट के निशान मिले हैं। पीठ पर तो डंडों और रॉड के निशान की गिनती ही नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि सागर को बुरी तरह से पीटा गया था।
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