गाजियाबाद। जिले में डेंगू से संक्रमित मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। डेंगू के रोजाना पांच से आठ केस आ रहे हैं। हालांकि बारिश के बाद पिछले तीन दिनों से मामले कम हुए हैं। सर्वे में पता चला है कि मकनपुर और साहिबाबाद डेंगू को लेकर नए हाट स्पाट बन गए हैं। दोनों क्षेत्रों में विगत दो महीने में 46-46 केस मिल चुके हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि एक अगस्त से लेकर अब तक जिले में डेंगू के 301 केस मिल चुके हैं। 95 स्वाइन फ्लू के और सात मलेरिया के केस भी मिले हैं। पुलिस लाइन्स हरसांव में डेंगू के 25 केस मिले हैं। इसके बाद कड़हेड़ा और साहिबाबाद के दीनदयाल पुरी आदि में 15 से अधिक केस मिले हैं। सबसे कम घूकना में सिर्फ एक डेंगू का मरीज मिला है। नए हाट स्पाट क्षेत्रों में पीएचसी प्रभारियों को विशेष निगरानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
संचारी रोग विभाग के निदेशक के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के मलेरिया निरीक्षण को उनके क्षेत्र में तैनाती दी गई है। इसकेतहत डासना में अमित कुमार सिंह और मोदीनगर में ज्ञानेश्वर मणि त्रिपाठी को तैनात कर दिया गया है। डासना में तैनात इंस्पेक्टर डासना सहित रजापुर का पूरा क्षेत्र देखेंगे। इसके अलावा मोदीनगर पर तैनात मलेरिया निरीक्षक मोदीनगर, मुरादनगर,भोजपुर के सभी क्षेत्रों का निरीक्षण किया करेंगे।
मच्छरों को पनपने से रोकें
डेंगू या फिर मच्छरों के काटने से होने वाली अन्य किसी भी तरह की बीमारी से बचे रहने के लिए सबसे आवश्यक है कि मच्छरों को पनपने ही न दिया जाए। डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पाने में पनपते हैं, ऐसे में यदि घर पर या आसपास कहीं भी पानी जमा हो रहा है तो उस पर ध्यान दें। डेंगू के मच्छर ज्यादातर दिन के समय में काटते हैं ऐसे में इनके काटने से बचने के लिए क्रीम या फिर अन्य मच्छरों को भगाने वाले उपाय जरूर किए जाने चाहिए।
पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें
मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बाजू वाले कपड़े पहनना बेहतर विकल्प माना जाता है। इस तरह के सुरक्षात्मक उपायों को विशेष रूप से डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में किया जाना बहुत आवश्यक हो जाता है। यदि रात में मच्छरों के काटने का खतरा रहता है तो सोने के लिए मच्छरदानी को प्रयोग में लाना चाहिए। मच्छरों के काटने से बचाव के लिए यह बहुत आवश्यक है।
मच्छर भगाने वाली दवाओं का उपयोग
डेंगू के खतरे को कम करने के लिए आप मच्छर भगाने वाली दवाओं, स्प्रे या रैकेट को भी प्रयोग में ला सकते हैं। यदि आपके घर के पास अस्वच्छता है तो इन बातों का ध्यान रखना और भी आवश्यक हो जाता है। बच्चों को स्कूल भेजते समय मॉस्किटो पैच, बैंड या त्वचा पर क्रीम लगाकर भेजें जिससे उन्हें मच्छरों के काटने से बचाया जा सके।
लक्षणों का समय पर पहचान जरूरी
डेंगू के खतरे को ध्यान में रखते हुए इससे बचाव के लिए उपाय करते रहना जरूरी हो जाता है। यदि आपको डेंगू हो जाता है तो समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर डॉक्टर से मिलें, ऐसा करके आप रोग की गंभीरता से बचाव कर सकते हैं। यदि आपको लगातार 2-3 दिनों से मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द आंखों के पीछे दर्द, मतली और उल्टी, सरदर्द, कमजोरी या फिर शौच के साथ खून आने जैसी समस्या हो रही हो तो इस बारे में तुरंत किसी विशेषज्ञ से मिलें।
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