लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव नहीं रहे। 82 साल के मुलायम गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
22 नवंबर 1939 को जन्में मुलायम जमीन से जुड़े नेता थे। वह कभी साइकिल से चलते थे और 120 रुपए महीना कमाते थे। मेहनत और संघर्ष कर उन्होंने अपनी पार्टी को खड़ा किया और भारतीय राजनीति में एक लंबा सफर तय किया। मुलायम सिंह यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव के हलफनामे में अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था। इस हलफनामे के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव के बाद 16 करोड़ 52 लाख 44 हजार 300 रुपए की चल-अचल संपत्ति थी। मुलायम अपने पीछे 16 करोड़ से अधिक रुपए की संपत्ति छोड़कर गए हैं।
मुलायम पर था बेटे अखिलेश का करोड़ों रुपए का कर्ज
2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए हफलनामे के मुताबिक, मुलायम के ऊपर 2.13 करोड़ रुपये का कर्ज है, जो उन्होंने अपने बेटे अखिलेश यादव से ही लिया था। मुलायम ने हलफनामे में बताया था कि उन्होंने अपनी पत्नी साधना गुप्ता को भी 6 लाख 75 हजार रुपए उधार दिए थे।
मुलायम सिंह यादव का निधन
मुलायम सिंह यादव को यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की दिक्कत और सांस लेने में तकलीफ की वजह से 2 अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। 9 दिन तक मेदांता के आईसीयू और क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहने के बाद नेताजी ने सोमवार (10 अक्टूबर) सुबह 8:16 बजे अंतिम सांस ली।
सैफई में होगा मुलायम का अंतिम संस्कार
मुलायम सिंह यादव के निधन पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार।मुलायम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सैफई में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से मुझे भारी दुख हुआ है, उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं।
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