नई दिल्ली। देश के लिए नए चीफ जस्टिस के लिए नियुक्ति की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस क्रम में केंद्र की ओर से लिखित तौर पर मौजूदा चीफ जस्टिस से अपने उत्तराधिकारी का नाम भेजने को कहा है। 8 नवंबर को यूयू ललित रिटायर होने वाले हैं। यूयू ललित का चीफ जस्टिस के तौर पर 74 दिनों का छोटा कार्यकाल है।
जस्टिस ललित 26 अगस्त 2022 को सीजेआई एनवी रमण का कार्यकाल पूरा होने के बाद देश के 49वें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे। उनका कार्यकाल मात्र ढाई माह का है, जबकि उनके पूर्व सीजेआई का औसत कार्यकाल 1.5 साल का रहा है। केंद्र सरकार ने सीजेआई ललित को यह पत्र आज सुबह भेजा। सीजेआई के चयन की तय प्रक्रिया के अनुसार कानून मंत्री नए प्रधान न्यायाधीश को नामित करने के लिए वर्तमान सीजेआई को पत्र लिखते हैं।
चंद्रचूड होंगे नए सीजेआई?
सीजेआई के पद पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश का चयन किया जाता है। वर्तमान में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड सबसे वरिष्ठ हैं, इसलिए उन्हें नए सीजेआई के रूप में नामित किया जा सकता है। परंपरागत रूप से सीजेआई उनके बाद सबसे वरिष्ठ जज को अपना उत्तराधिकारी नामित करते हैं। स्थापित परंपराओं के अनुसार जस्टिस चंद्रचूड देश के 50 वें सीजेआई होंगे।
चीफ जस्टिस ललित के बारे में आपको बता दें कि यह देश के ऐसे दूसरे चीफ जस्टिस हैं, जो सुप्रीम का जज बनने से पहले किसी हाई कोर्ट के जज नहीं थे। वह वकील से सीधे इस पद पर पहुंचे थे। इससे पहले जस्टिस एसएम सीकर के नाम यह उपलब्धि थी, जो 1971 में देश के 13वें चीफ जस्टिस थे। जस्टिस ललित देश के नामी वकीलों में से एक रहे हैं और उन्हें 13 अगस्त, 2014 को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति मिली थी। तब से अब तक वह सुप्रीम कोर्ट के कई अहम फैसलों का हिस्सा रहे हैं।
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