दिल्ली। पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर पांच साल के लिए बैन लगा दिया है। इस प्रबिबंध के बाद दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी में पीएफआई के तीन कार्यालयों को सील कर दिया है। वहीं बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित संगठन के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम ( UAPA) की विभिन्न धाराओं के तहत केस भी दर्ज कर लिया है।
शाहीन बाग थाने में तैनात इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें कहा गया है कि संगठन के सदस्य जनभावनाएं भड़का कर देश की सम्प्रभुता एवं अखंडता को नुकसान पहुंचाने की तैयारी में हैं। एफआईआर के मुताबिक, पीएफआई और इससे जुड़े संगठन के सदस्य अभी भी गैर कानूनी और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। वे प्रतिबंधित पतों का इस्तेमाल अपने खतरनाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कर रहे हैं। इसके लिए संगठन के लोग किसी धार्मिक स्थल पर हमला करने की भी तैयारी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गृह मंत्रालय ने पीएफआई पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पीएफआई के कई ठिकानों पर छापेमारी के दौरान टेरर फंडिंग के खिलाफ सबूत मिले थे। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
PFI का गढ़ है शाहीनबाग और जामिया
पीएफआई ने पूरी दिल्ली में अपनी जड़ें फैला रखी हैं, लेकिन शाहीनबाग और जामिया थाना क्षेत्र इनका गढ़ बन गया है। यह संगठन उत्तर और पूर्वी जिले में अपना विस्तार कर रहा था। यह जानकारी दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद सामने आई है। दिल्ली पुलिस ने जिन तीस संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया था, उनमें सबसे अधिक इन्हीं क्षेत्रों से पकड़े गए थे।
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