दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 10 साल के बच्चे की एलएनजेपी अस्पताल में मौत हो गई। बच्चे का 18 सितंबर को तीन नाबालिग दोस्तों ने अपहरण किया था। उसके साथ कुकर्म किया। विरोध करने पर बच्चे की जमकर पिटाई की थी। आरोपियों ने बच्चे के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड भी डाली थी। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके का छात्र सरकारी स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ता था। आरोप है कि 18 सितंबर को सूनसान जगह पर ले जाकर उसके तीन लड़कों ने छात्र के साथ जबरन कुकर्म किया। विरोध करने पर आरोपियों ने रॉड और ईंट पर उस पर हमला किया। इसके बाद भी आरोपियों का दिल नहीं भरा तो उन्होंने उसके निजी अंग में रॉड डाल दी। छात्र किसी तरह घर पहुंचा, लेकिन किसी को कुछ नहीं बताया। परिजनों ने पूछा तो उसने झगड़े की बात की। अचानक 22 को उसकी तबीयत बिगड़ गई।
बेटे को दर्द में तड़पता देख तुरंत पुलिस को कॉल किया। पुलिस एलएनजेपी अस्पताल लेकर गई, जहां सोनू 13 दिन तक आईसीयू में भर्ती रहा। लगातार उसके परिवार वाले स्वस्थ होने की दुआएं कर रहे थे। शुरुआत में परिवार ने मामला ही दर्ज कराने से इनकार कर दिया था। लेकिन काउंसलिंग कराने पर परिवार एफआईआर दर्ज कराने को तैयार हुआ।
छात्र की मां ने बताया कि उनका बेटा शास्त्री पार्क इलाके में पुलिया के पास स्कूल में पढ़ने जाता था। मां ने बताया कि जब बेटा घर आया था, तब उसका पूरा मुंह तक गंदा था। उसकी तबीयत लगातार खराब हो रही थी। कुछ खाना भी नहीं खा पा रहा था अगर मुझे ये पहले पता होता कि उसके साथ हैवानियत को इस कदर अंजाम दिया गया है तो मैं 18 तारीख को पुलिस को फोन कर देती लेकिन 3 दिन बाद बेटे ने मुझे बताया जिसके बाद मैंने पुलिस को जानकारी दी। छात्र की मां चाहती हैं कि उनके बेटे को इंसाफ मिले और जो आरोपी हैं उनक सख्त से सख्त सजा मिले।
पुलिस ने कुकर्म व पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज दो नाबालिग लड़कों को पकड़ लिया। दोनों लड़कों को जेजे बोर्ड में पेश किया गया, जहां से उनको बाल सुधार गृह भेज दिया गया।