अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से अरविन्द केजरीवाल का एक और कारनामा सामने आया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने घर डिनर पर बुलाने वाला ऑटोरिक्शा चालक विक्रम दंतानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आशिक निकला है। उसने ऑटो यूनियन के कहने पर अरविंद केजरीवाल को अपने घर पर खाने के लिए आमंत्रित किया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 12 सितम्बर को गुजरात दौरे के ऑटो ड्राइवर विक्रम दंतानी के घर खाना खाया था। जब केजरीवाल ऑटो ड्राइवर के घर डिनर के लिए ऑटो में जा रहे थे, उस दौरान पुलिस अधिकारियों की उनसे बहस हो गई थी। केजरीवाल अड़ गए थे कि वह उसी ऑटो से डिनर करने के लिए जायेंगे। गुजरात पुलिस के अधिकारियों ने अरविंद केजरीवाल को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ऑटो में जाने से रोकने का प्रयास किया था। लेकिन केजरीवाल ने कहा कि उन्हें कोई सुरक्षा नहीं चाहिए।
वहीं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर से मुंबई तक मेट्रो का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम की इस रैली में विक्रम दंताणी भी बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे हुए थे और उन्होंने बाकायदा बीजेपी का पटका और भगवा टोपी पहनी हुई थी। मीडिया ने जब इस बारे में दंतानी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने जब से वोट देना शुरू किया है तब से भाजपा को वोट दे रहे हैं और आगे भी भाजपा को ही वोट देंगे।
इसके साथ ही, उन्होंने ‘आप’ के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया और अपने उस बयान से किनारा कर लिया कि वह केजरीवाल को पसंद करते हैं। दंतानी ने यह भी साफ कर दिया कि केजरीवाल को अपने घर डिनर पर बुलाने के लिए उनसे ऑटोरिक्शा यूनियन ने ऐसा करने के लिए बोला था, लेकिन जब केजरीवाल ने उनका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया तो उन्हें लेने जाना पड़ा। दंतानी ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी से जुड़े नहीं हैं।
विक्रम ने आगे कहा कि, “मैंने तो उन्हें आम नागरिक की तरह बुलाया था खाने पर मुझे नहीं पता था वो उसपे इतनी राजनीति करेंगे , खाना खाने के बाद से आप का कोई मेंबर नहीं दिखा। हम मोदी साहब के आशिक़ है और हमेशा उन्हें ही वोट जाता है।”
बता दें कि, बीते 12 सितंबर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री के सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर ऑटो रिक्शा से अहमदाबाद में एक ऑटो चालक के घर डिनर के निमंत्रण को स्वीकार कर उसके घर खाना खाने पहुंचे थे। उस वक्त, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया और उन्हें कलाकार करार दिया था।
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